झंझारपुर/ संवाददाता. Dr. Gauri Chaudhary ने अपनी लिखी पुस्तक का लोकार्पण किया। कार्यक्रम में Dr. Gauri Chaudhary ने कहा जब किसी प्रतियोगिता को ध्यान में रख कर पुस्तक की रचना की जाती है तो उसके प्रति रूझान स्वाभाविक है. इस पुस्तक की रचना के पीछे भी मेरी भावना रही है कि मैथिली विषय के प्रति प्रतियोगिता में ,प्रतिभागियों का कैसे रूझान बढ़ाया जाए ताकि आनेवाले दिनों निबंध लेखन में प्रतिभागी अच्छे अंक ला सकें ।
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डॉ .सूर्य नारायण चौधरी-प्रभावती की पुत्री तथा डॉ डी.चौधरी की पत्नी डॉ.गौरी चौधरी ने सभी आगत साहित्यकारों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि मिथिला की शैक्षणिक उर्वरा शक्ति
महान परंपराओं से संपोषित है। बाबा विद्यापति की रचनाएं युगों तक रेखांकित रहेंगी।
अपने गोलोकधामवासी पिता शिक्षाविद डॉ.सूर्य नारायण चौधरी को समर्पित करते हुए इस पुस्तक
को उनकी ही प्रेरणा का अंश माना। पुस्तक विमोचन के अवसर पर कयी विद्वानों ने डॉ गौरी चौधरी के प्रयासों की सराहना की ।
शिक्षाविद् डॉ खुशी लाल झा, डॉ अनिल ठाकुर, डॉ संजीव शमा,डॉ एम.एन.राम तथा डॉ बुचरू पासवान समेत इलाके के सभी साहित्यिक रूचिकारों ने मुक्त कंठ से डॉ चौधरी की प्रसंशा की.वरीय
पत्रकार रूद्र देव झा ने बिहार सरकार से इस पुस्तक को शीध्र ही पाठ्यक्रम में शामिल किया जाय ताकि छात्र-छात्राओं को लाभ मिल सके . इस अवसर पर जदयू उपाध्यक्ष अजय नारायण चौधरी ने भी उन्हें बधाई के साथ शुभकामनाएं दी ।