DRM
बिहार

जल्द ही दुरुस्त की जाएगी सभी बुनियादी सुविधाएं : डीआरएम

(DRM ) छपरा कचहरी जंक्शन पर बुनियादी सुविधाओं के अभाव पर बोले डीआरएम

प्रखर प्रणव, छपरा। वाराणसी मंडल के मंडल रेल प्रबंधक (DRM) रामाश्रय पांडे आज छपरा कचहरी पहुंचे और उन्होंने छपरा कचहरी स्टेशन का गहन निरीक्षण किया और स्टेशन पर वे लगभग सभी जगह पर गए उन्होंने सर्कुलेटिंग एरिया प्रतीक्षालय स्टेशन मैनेजर चेंबर स्टेशन काफी बारीकी से निरीक्षण किया मंडल रेल प्रबंधक वाराणसी आज अपने दौरे के प्रथम चरण में छपरा कचहरी स्टेशन पर अपने विशेष सैलून से और यहां पर वह काफी देर तक स्टेशन का उन्होंने मुआयना किया। इसके बाद वे अपने विशेष सैलून से  थावे के लिए रवाना हो गए।

छपरा कचहरी स्टेशन पहुंचने पर यहां के लोगों ने छपरा कचहरी की स्टेशन की स्थिति के बारे में मंडल रेल प्रबंधक से बातें की इसके साथ ही कोविड काल के दौरान छपरा कचहरी पर कई ट्रेनों के ठहराव को बंद किए जाने के कारण हो रही परेशानियों को लेकर एक स्मार पत्र भी सौंपा जिसमें छपरा कचहरी स्टेशन पर मौर्य और लिक्षवी एक्सप्रेस के ठहराव को दोबारा शुरू किए जाने के साथ कई अन्य ट्रेनों के ठहराव की भी मांग की गई और डीआरएम ने इसे जल्द से जल्द पूरा करने का आश्वासन भी दिया।

Read Also: देश की स्वतंत्रता और विकास में हिंदी भाषा का अहम योगदान : राजीव रंजन

मंडल रेल प्रबंधक (DRM) ने छपरा कचहरी के स्टेशन मास्टर चैंबर, बुकिंग कार्यालय, प्रतीक्षालय और अन्य जगहों पर कुछ थोड़ी बहुत कमी को शीघ्र ही ठीक करने का निर्देश अधिकारियों को दिया। इसके साथ ही छपरा कचहरी के प्लेटफार्म नंबर 2 और 3 की दयनीय स्थिति पर जब मीडिया ने ध्यान आकृष्ट किया तो उन्होंने कहा कि इस सबको तुरंत ही ठीक करने का आदेश दिया गया है गौरतलब है कि छपरा कचहरी के प्लेटफार्म नंबर दो और तीन पर आवश्यक बुनियादी सुविधाओं का पूरी तरह से अभाव है और प्लेटफार्म  पर छावनी की स्थिति भी बहुत ही खराब है बरसात में जगह जगह पानी टपकता है और प्लेटफार्म पर यूरिनल की सुविधा के साथ तीन नम्बर प्लेटफार्म का निर्माण भी पूर्ण रूप से नही हुआ है। वही छपरा कचहरी जंक्शन को टर्मिनल स्टेशन बनाने , पश्चिमी छोर पर पुल निर्माण और कई महत्वपूर्ण एक्सप्रेस ट्रेन जिसमे लिच्छवी एक्सप्रेस, मौर्य एक्सप्रेस, टाटा थावे एक्सप्रेस, पूर्वांचल एक्सप्रेस, सीवान समस्तीपुर इंटरसिटी ट्रेन के साथ राजधानी पटना के लिए भी ट्रेन चलाने की मांग मंडल रेल प्रबन्धक से की गई।