फतुहा,संवाददाता। एकबार फिर से फतुहावासियों ने मानवता का मिशाल (Example of humanity) पेश किया है। जात-पात, अमीरी-गरीबी और अपना पराया उपर उठकर सामाजिक समरसता का उदाहरण देते हुए, पिछले 5 सालों से मौजीपुर गांव में रह रहे एक लावारिस वृद्ध जॉनी की मौत के बाद रविवार को ग्रामीणों ने मिलजुल कर अंतिम संस्कार कर दिया।
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जानकारी हो कि यह वृद्ध करीब 5 साल पूर्व मौजीपुर गांव में आकर रहने लगा था। किसी को यह पता नहीं था कि वह कौन है, कहां से आया और कहां का रहने वाला था। उसकी परिवार के बारे में भी किसी को कुछ भी पता नहीं था। जब वह वहां आकर रहने लगा था तो ग्रामीणों के द्वारा उसके भोजन, कपड़े और रहने की व्यवस्था की गई थी। तब से वह यहीं रह रहा था।इस तरह का मानवता का मिशाल विरले ही देखने को मिलता है।
Australia Women vs India Women
शनिवार की रात उसकी मौत हो गई। रविवार को धूमधाम से गाजे-बाजे के साथ मौजीपुर श्मशान घाट पर उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया। वृद्ध जॉनी के करीब रहे विजय राय और उनका पूरा परिवार में शोक व्याप्त है। मौके पर प्रिंस राज, धर्मवीर राय, विजय राय, रंजीत कुमार, रंजन कुमार आदि मौजूद रहे। ग्रामीणों ने इस कार्य को कर मिसाल कायम किया है जिसकी (Example of humanity) चर्चा सभी जगह हो रही है|
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