वित्त रहित शिक्षकों ने कहा- अनुदान नहीं वेतनमान चाहिए। छपरा, प्रखर प्रणव। वित्त रहित शिक्षकों ने आज छपरा परिसदन के अंदर जमकर प्रदर्शन किया और कहा कि हमें अनुदान नहीं वेतनमान चाहिए। गौरतलब है कि वित्त रहित शिक्षक पिछले कई सालों से अनुदान नहीं वेतनमान की मांग कर रहे हैं और आज तक राज सरकार ने अनुदान ही दिया है वेतनमान की कोई व्यवस्था नहीं की गई है। वित्त रहित शिक्षकों ने कहा कि आज हमारी स्थिति बहुत ही खराब है। हमारा अनुदान रोक दिया गया है, आज संसदीय समिति के चेयरमैन के सामने हमने अपनी मांगों को रखा है और हमारी मांगों पर मुख्यमंत्री ध्यान देंगे।
आज हमारी स्थिति बद से बदतर हो चुकी है कई शिक्षक भूख से मर रहे हैं। अर्थ आभाव के कारण गली गली में घूम रहे हैं। बच्चों की शादी और घर चलाना मुश्किल हो रहा है इसलिए हम मुख्यमंत्री से मांग करते हैं कि हमें जो वित्त अनुदान मिलता है और जो स्कूल से अनुदान मिलता है, वह दोनों अनुदान अगर मिल जाता है तो हमें भी एक तरह से वेतन मिल जाएगा अब मुख्यमंत्री से गुजारिश करते हैं कि मुख्यमंत्री हमारी भी समस्याओं को ध्यान पूर्वक सुनें और समस्याओं का समाधान करें ताकि हमें भी एक सहारा मिल सके।
इस बात की जानकारी जब मीडिया ने संसदीय समिति के चेयरमैन उपेंद्र कुशवाहा के सामने रखी तो उन्होंने कहा कि हम उनकी स्थिति से भली-भांति वाकिफ हैं और हमने उनकी बातों को ध्यान से सुनी है और जितना हम से संभव हो सकेगा हम उनकी हर तरह से मदद करेंगे। उनकी समस्याओं को उचित जगह पर पहुंचाने का काम करेंगे ताकि वित्त रहित शिक्षकों को भी राहत मिले। उन्होंने कहा उनकी उचित मांगों को हम जरूर सरकार के समक्ष रखेंगे।