ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस
बिहार

कायस्थ समाज की उपेक्षा के खिलाफ सकारात्मक पहल करेगा जीकेसी : राजीव रंजन


चित्रगुप्त के वंशजों को संगठित और सशक्त करेगा जीकेसी : डा. नम्रता
पटना,संवाददाता। आजादी की लड़ाई सहित हर क्षेत्र में अपना विशिष्ट योगदान देने वाले कायस्थ समाज की आज लगातार उपेक्षा की जा रही है। कायस्थ समाज के हितों पर किए जा रहे कुठाराघात के विरोध में डॉ राजेंद्र प्रसाद एवं लोकनायक जयप्रकाश नारायण की धरती बिहार से शीघ्र ही सकारात्मक और रचनात्मक अभियान शुरु किया जाएगा ।
इस आशय का निर्णय आज यहां ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस की प्रदेश कार्यकारिणी की हुई बैठक में लिया गया । कॉन्फ्रेंस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद के नेतृत्व में हुई इस बैठक की अध्यक्षता डॉ नम्रता आनंद ने की ।

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इस बैठक में हाल के वर्षों में राजनीतिक तथा सामाजिक क्षेत्र में कायस्थों को उनके हकों से वंचित किए जाने का मामला जोरदार ढंग से उठा । सभी वक्ताओं ने आक्रोश भरे शब्दों में कहा कि अब समय चुप बैठने का नहीं है बल्कि राजनीति, सामाजिक, प्रशासनिक, व्यापारिक, तथा अन्य क्षेत्रों में भी अपने हक को लेकर आवाज बुलंद करने का समय आ गया है।

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वक्ताओं ने कहा कि आज सभी राजनीतिक संगठनों द्वारा भगवान चित्रगुप्त के वंशजों को और उनकी प्रतिभा को दबाने की कोशिश की जा रही है और उनका वाजिब हक भी उनसे छीन लिया जा रहा है । ऐसी स्थिति में सभी कायस्थ संगठनों तथा चित्रगुप्त के वंशजों को एकजुट होकर इस रचनात्मक तथा सकारात्मक अभियान में अपना सशक्त योगदान देने की जरूरत है ।
बैठक में 19 दिसंबर को नई दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में होने वाले विश्व कायस्थ महासम्मेलन की तैयारी और पूरे राज्य में सदस्यता अभियान पर जोर देने का संकल्प लिया गया।
बैठक के दौरान विश्व कायस्थ महासम्मेलन ‘उम्‍मीदों का कारवां’ कार्यक्रम की तैयारी पर विस्तार से चर्चा की गयी। बैठक में प्रदेश भर में कायस्थों के सामाजिक आर्थिक, शैक्षणिक तथा सांस्कृतिक प्रगति के लिए राज्यव्यापी एकजुटता अभियान चलाये जाने और संगठन को जिला, शहर से लेकर पंचायत स्तर तक मजबूत कर राजनीति में भी अपनी मजबूत भागीदारी सुनिश्चित करने पर जोर दिया गया।

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इसअवसर पर राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि जीकेसी अब कायस्थों की उपेक्षा सहन नहीं करेगाी। और इसके लिए जो भी संभव होगा सकारात्मक कदम उछायाजाएगा। उन्होंने कहा कि 18-19 दिस्मबर को दिल्ली स्थित तालकटोरा स्टैडियम में आयोजित कायस्थ अपनी ताकत दिखाएंगे। और फिर तय करेंगे कि अपने हित में कौन सा कदम उठाएं।
मौके पर प्रदेश अध्यक्ष डा. नम्रता आनंद ने कहा कि बिहार में सभी 38 जिलों में कमिटी गठित कर दी गयी है और वहां जिला तथा प्रखंड स्तर पर कमेटियां गठित की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि जीकेसी को विस्तार देने की जरूरत है। संगठन को आगे बढ़ाने के लिए सोच और विचारधारा को ज़मीनी स्तर पर उतारने की जरुरत है। जीकेसी की स्थापना का महत्वपूर्ण मकसद सम्पूर्ण कायस्थ समाज को संगठित, उन्नत एवं सशक्त करना है। कायस्थ समाज के लोगों को एक दूसरे के साथ आने की जरूरत है।