फतुहा। नगर राजद अध्यक्ष Dr. Dayanand Prasad Singh ने प्रेस को बताते हुए कहा कि बिहार की विडम्बना है कि राज्य सरकार के निर्णय को राज्य के शिक्षण संस्थाएं नहीं मानती हैं।
Dr. Dayanand Prasad Singh ने कहा कि 24 जुलाई 2015 को राज्य सरकार ने स्नातकोत्तर तक के छात्राओं को मुफ्त शिक्षा देने का निर्णय किया था, परन्तु शिक्षण संस्थान छात्राओं से शिक्षण शुल्क बसूलता रहा। सरकार सुशासनिक नींद का आनंद लेती रही। बिहार देश का एक मात्र राज्य है, जहां एक ही कोर्स के लिए अलग-अलग कॉलेजों में अलग अलग शुल्क बसूली जाती है।
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राज्य की जनता माननीय उच्च न्यायालय का आभारी है,जिन्होंने छात्राओं से बसूली गई राशि को लौटाने का आदेश दिया है। इसी तरह इण्टर में नामांकन प्रक्रिया आनलाईन आवेदन एवं आनलाईन शुल्क ली जाती है तथा आवेदन शुल्क विद्यालय को लौटाने का प्रावधान किया गया, परन्तु आज तक यह राशि विद्यालय को नहीं दी गई।
Dr. Dayanand Prasad Singh ने मांग की है कि छात्राओं के लिए जो घोषणा सरकार ने किया है उसे पूर्ण रूपेण लागू किया जाए।