पटना, संवाददाता। BIHAR STATE COMMISIONER DISANILITY (BSCD) (दिव्यांगजन) कार्यालय में परिवाद अनुभव राज बनाम सचिव, बिहार राज्य पथ परिवहन निगम, पटना की सुनवाई के दौरान निगम द्वारा दिव्यांगजनों को दी जाने वाली सुविधाओं का उल्लेख किया गया।
दिव्यांगजनों को 0-50 किलोमीटर तक की बस यात्रा मुफ्त होगी, परन्तु इससे अधिक दूरी यात्रा पर 50 प्रतिशत के रियायत पर यात्रा उपलब्ध करायी जायेगी। आगें निगम द्वारा यह भी जानकारी दी गई कि दिव्यांतगजनों के पास निर्गत पूर्व के दिव्यांगता प्रमाण-पत्र, आधार कार्ड, मतदाता पहचान पत्र की छाया प्रति साथ-साथ जन्म तिथि का प्रमाणपत्र तथा दो स्टा्म्प आकार का रंगीन फोटो प्राप्त कर प्रमाणपत्र की मूल प्रति मिलान करेगें। उसके बाद दिव्यांणगजनों को यूनिक संख्या उपलब्ध करायी जायेगी। जिसके आधार पर वह इस सुविधा का लाभ उठा सकेंगे। इसके लिए न्यूननतम 40 प्रतिशत दिव्यांगता अनिर्वाय है। यह सुविधा जेपी सेनानीयों के लिए भी उपलब्ध होगी।
यह भी जानकारी दी गई कि दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम, 2016 की धारा 40 से 46 के तहत दिव्यांकगजन को बिहार राज्य पथ परिवहन निगम के बस स्टैण्ड तथा बस सुविधा के अनुरूप यह व्यवस्था की गई है। इसमें बिहार राज्य पथ परिवहन निगम के मुजफ्फरपुर बस पडाव पर ब्रीक सोलिंग है। जिसपर व्हील चेयर से आने-जाने में हो रही कठिनाई को देखते हुए उक्त बस पड़ाव के जीर्णोद्धार की योजना पर निगम विचार कर रहा है। तत्काल संबंधित क्षेत्रीय प्रबंधक मुजफ्फरपुर को दिव्यांगजनों को आने-जाने के मार्ग को समतल एवं सुगम बनाने हेतु निदेश दिया गया है।
निगम के कुल 15 बस पड़ावों का प्रथम फेज में दिव्यांगजन के प्रतिक्षालय महिला/पुरूष एवं दिव्यांगजनों के लिए रैम्प एवं शौचालय आदि के निमार्ण हेतु भवन निमार्ण विभाग, बिहार पटना से इन बसों पडावों को Disable Friendly बनाने हेतु मानक प्राक्कलन प्राप्त किया गया है। प्राप्त प्राक्कलन के आधार पर इसकी प्रशासनिक स्वीकृति विभाग को उपलब्ध कराते हुए तीन माह के अंदर निगम 15 बस पडावों के Disable Friendly की सुविधा उपलब्धल कराने हेतु अभियंता प्रमुख-सह-अपर आयुक्तर-सह-विशेष सचिव को भवन निर्माण से अनुरोध किया गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार निगम के बसों में Audio System को ठीक कराने का निदेश दिया गया साथ ही दिव्यांगजनों को बस चढने एवं चिन्हित सीट पर बैठने हेतु मदद की व्यवस्था की जाए। दिव्यांगजन निगम की बसों को बीच रास्ते में भी अपना पास चालक या संवाहक को दिखा कर बस रूकवा सकते हैं। इसका महत्वपूर्ण उदेश्य है, निगम के बसों को Disable Friendly बनाया जाए।