पटना, मुकेश महान। पांच दिवसीय राष्ट्रीय नाट्य समारोह ‘प्रस्तुति उत्सव – 2023’ का समापन प्रसिद्ध अभिनेत्री हिमानी शिवपुरी अभिनीत नाटक अकेली के मंचन के साथ हुआ। मन्नु भंडारी लिखित इस प्रस्तुती को मुंबई की संस्था एक्ट 24 ने प्रस्तुत किया था। मशहूर फिलम अभिनेत्री हिमानी शिवपुरी को पटना में प्रेमचंद रंगशाला के मंच पर अभिनय करते देखना स्थानीय दर्शकों के लिए एक यादगार और खुशनुमा अनुभव था। नाटकों के प्रति दर्शकों की बढ़ती रुचि और हिमानी शिवपुरी के अभिनय का आकर्षण का ही नतीजा था कि हाड़ कंपकंपाने वाली ठंड के बावजूद बड़ी संख्या में दर्शकों ने दीर्धा में बैठकर पूरा नाटक देखा।
अकेली कहानी है एक अकेली औरत की। उस उस सभी भारतीय औरत की जो अपने अकेलेपन के अहसास के साथ जीवन का सफर पूरा करती
नाटक के पहला भाग बीस वर्षीय एक युवा लड़की के दर्द को बयां करता है। वह वर्किंग लड़की अकेले एक गर्ल्स हॉस्टल में रहती है और अकेलापन दूर करने की कशमकश में अपने ही बॉस से प्रेम कर बैठती है। दूसरी तरफ बॉस न तो उस लड़की के प्रेम को समझ पाता है और न ही उसके अकेलेपन के अहसास को। वह इस संबंध का फ़ायदा उठाता है और उसका शोषण करता है। बाद में लड़की को बॉस की असलियत का पता चलता है।
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नाटक के दूसरा भाग भी एक अकेली प्रौढ़ औरत की कथा कह जाती है। जिसके बेटे की मौत हो चुकी होती है और इसी सदमे के कारण उसका पति संन्यासी बन चुका है। यहां भी औरत अकेली होती है। लेकिन जीवन की इस अवस्था में भी ऊर्जा से भरपूर है। उसे बहुत खुशी है कि उसके कुछ दूर के रिश्तेदार बेटी के ब्याह के लिए शहर में आ रहे हैं। वह उत्साहित होकर शादी की तैयारी में लग जाती है। दोनों महिलाएं अंदर से मज़बूत हैं और जीवन की सभी चुनौतियों और परिस्थितियों का सामना करने में सफल होती हैं।
वरिष्ठ रंगकर्मी और निर्देशक संजय उपाध्याय, प्रस्तुति पटना की सचिव, निर्देशिका और वरीय रंगकर्मी शारदा सिंह सहित कई गणमान्य दर्शकों ने नाटक की सराहाना की। वैसे भी भी हिमानी शिनपुरी का परिपक्व अभिनय दर्शोकों का मन जीतने के लिए काफी था।
इसके पूर्व नुक्कड़ नाटक “पालकी पलना” का प्रदर्शन किया गया। वरिष्ठ रंगकर्मी सुरेश कुमार हज्जू द्वारा निर्देशित व विनोद रस्तोगी द्वारा लिखित इस नाटक को हज्जू म्यूजिकल थियेटर के कलाकारों द्वारा प्रस्तुत किया गया था।