Ek Shaam Qavvalee Ke Naam
बिहार

कोरोना काल में सजी सुरों की महफिल ‘Ek Shaam Qavvalee Ke Naam’

  • सद्भाव और सौहार्द का त्यौहार है ईद : राजीव रंजन

पटना,संवाददाता। ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस (जीकेसी) के कला संस्कृति प्रकोष्ठ के सौजन्य से ईद के पावन अवसर पर ऑनलाइन संगीतमय कार्यक्रम ‘Ek Shaam Qavvalee Ke Naam’ का आयोजन किया गया, जिसमें कलाकारों ने शानदार प्रस्तुति से लोगों का दिल जीत लिया।

Read Also: अनुशासन(Dicipline) सफलता की कुंजी है प्रो. श्यामा राय

कला संस्कृति प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष देव कुमार लाल ने बताया कि ‘Ek Shaam Qavvalee Ke Naam’ कार्यक्रम में वारसी बंधु ग्रुप जयपुर के प्रतिष्ठित कलाकारों सरदार अली वारसी और शाहिद अली ने शानदार प्रस्तुति से दर्शकों और श्रोताओं का दिल जीत लिया। इस कार्यक्रम में फनकारों ने ना तो कारंवा की तलाश है, ये इश्क इश्क है, निंगाहे मिलाने को जी चाहता है ,परदा है परदा, भर दे झोली, ऐ मेरी जोहरा जबीं, यारी है इमान मेरा, और आफरीन-आफरीन जैसे कई सुपरहिट नगमों के जरिये लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया।उन्होंने कहा कि ईद का पर्व हम सभी को ईश्वर में असीम आस्था, विश्वास एवं त्याग एवं बलिदान की प्रेरणा देता है। हमारी अल्ला व ईश्वर से कामना है कि यह पर्व हम सभी के जीवन में अमन-शांति एवं खुशहाली लाये।

Get latest updates on Corona

जीकेसी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद ने लोगों को ईद की बधाई और शुभकामना देते हुये कहा कि ईद का त्यौहार सभी को मिल-जुल कर रहने तथा सामाजिक सदभाव बनाए रखने की प्रेरणा देता है। यह त्‍योहार आपसी भाईचारे और त्‍याग की भावना का प्रतीक है।ईद का त्योहार सभी को स्वस्थ और खुशहाल रखे।

Xpose Now Desk
मुकेश महान-Msc botany, Diploma in Dramatics with Gold Medal,1987 से पत्रकारिता। DD-2 , हमार टीवी,साधना न्यूज बिहार-झारखंड के लिए प्रोग्राम डाइरेक्टर,ETV बिहार के कार्यक्रम सुनो पाटलिपुत्र कैसे बदले बिहार के लिए स्क्रिपट हेड,देशलाइव चैनल के लिए प्रोगामिंग हेड, सहित कई पत्र-पत्रिकाओं और चैनलों में विभिन्न पदों पर कार्य का अनुभव। कई डॉक्यूमेंट्री के निर्माण, निर्देशन और लेखन का अनुभव। विविध विषयों पर सैकड़ों लेख /आलेख विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित। कला और पत्रकारिता के क्षेत्र में कई सम्मान से सम्मानित। संपर्क-9097342912.