पटना, संवाददाता। भारतीय राजस्व सेवा के वरिष्ठ अधिकारी रविशंकर श्रीवास्तव को, जिन्हें, आयकर विभाग, वित्त मंत्रालय ने 6 मई 2022 को बिहार सरकार के बारम्बार अनुरोध के बावजूद प्रत्यर्पित कर लिया था। बिहार में ही आयकर आयुक्त की नयी भूमिका में दिनांक 30 मई 2022 को पटना वापस भेज दिया है। हालाकि इनकी नयी भूमिका के बारे में फिलहाल कुछ भी स्पष्ट नहीं है।
बिहार सरकार में आने के पूर्व ये सेबी में मुख्य महाप्रबंधक, प्रवर्त्तन एवं निवेश प्रबधंन तथा उसके पूर्व मुबंई में अतंरराष्ट्रीय कर के ट्रांसफर प्राइसिंग विभाग के अति संवेदनशील पद पर थे। शेल एवं वोडाफोन जैसे केस इनके द्वारा किये गए थे। Read also-बिहार में होगी जाति आधारित गणना पर बनी सर्वदलीय सहमती। सर्वदलीय बैठक में शामिल हुये मुख्यमंत्री
श्री श्रीवास्तव पांच साल तक बिहार के निवेश आयुक्त रहे तथा इस दौरान उन्होंने एमडी, बियाडा एवं आयडा, सीएमडी, बिहार राज्य वित्त निगम जैसे महत्त्वपूर्ण पद संभाले। वे लम्बे समय तक बिहार फाउंडेशन से भी जुड़े रहे तथा देश-विदेश स्थित प्रवासी बिहारियों के साथ उनके घनिष्ठ सम्बन्ध रहे हैं।
उनकी गिनती मुख्यमंत्री के नजदीकी अधिकारियों में होती रही है। बिहार के महत्त्वपूर्ण व्यक्तियों के बारे में गहरी व्यक्तिगत जानकारी की सम्भावना से इंकार नहीं किया जा सकता है। आम तौर पर जो अधिकारी जिस स्टेशन से प्रति नियुक्ति पर जाता है, उसी स्टेशन पर उसकी वापसी होती है। ऐसे में उनकी पटना पोस्टिंग के गहरे मायने हो सकते हैं।