औरंगाबाद, संवाददाता। प्रख्यात शिक्षाविद एवं पूर्व प्राचार्य स्व. लाला शंभू नाथ की धर्मपत्नी और समाज सेविका अरूण लता सिन्हा का गुरुवार की रात हृदयाघात से निधन हो गया। वे 80 वर्ष की थीं। हमेशा जरूरतमंदों की सेवा में लगी रहने वाली और पीड़ितों की मदद करने वाली अरुण लता सिन्हा अपने पीछे 2 पुत्र – पुत्रवधू , तीन पुत्रियां – दामाद वैजयंती, भारती – ई.ब्रजेश, आरती प्रकाश तथा पूरा भरा – पूरा परिवार छोड़ गयी हैं।
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श्रीमती सिन्हा नवबिहार टाइम्स के संपादक कमल किशोर एवं सोनवर्षा वाणी के संपादक श्रीराम अम्बष्ट की माता थीं। शनिवार को बारून में सोन नदी के किनारे उनकी अंत्येष्टि की गई। उनके कनिष्ठ सुपुत्र कमल किशोर ने मुखाग्नि दी। इस अवसर पर बड़ी संख्या में गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
अरूण लता सिन्हा के निधन पर शोक व्यक्त करने वालों में राजनीतिज्ञों, जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों, पत्रकारों, व्यवसायियों, शिक्षाविदों तथा समाजसेवियों का तांता लगा हुआ है। खास बात ये है कि श्रीमती सिन्हा ने अपने जीवनकाल में शिक्षा पर विशेष जोर दिया था, जिससे आज इनके परिवार में कई अधिकारी, चिकित्सक, अभियंता, संपादक, व्यवसायी आदि अपने – अपने क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं।
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श्री राम अम्बाष्ठा और कमल किशोर को इस दुःख को सहन करने की शक्ति देने के लिए ईश्वर से प्रार्थना करने वालों में जीकेसी के ग्लोबल अध्यक्ष राजीव रंजन, प्रबंध न्यासी रागिनी रंजन, मीडिया सेल के कार्यवाहक अध्यक्ष और बिहार श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के अध्यक्ष जितेन्द्र कुमार सिन्हा जीकेसी प्रदेश प्रवक्ता और इंडियन फेडरेशन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट के बिहार उपाध्यक्ष मुकेश महान शामिल हैं।