मुख्यमंत्री ने उर्वरक की उपलब्धता को लेकर की समीक्षा बैठक। खाद आपूर्ति में बाधा न हो, इसके लिए कवायद शुरु। पटना, संवाददाता। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज एक अण्णे मार्ग स्थित संकल्प में कृषि विभाग के साथ उर्वरक की उपलब्धता पर समीक्षा बैठक की।
कृषि विभाग के सचिव एन सरवन कुमार ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से उर्वरक की आवश्यकता, आवंटन, आपूर्ति एवं उपलब्धता को लेकर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने रबी 2021-22 में उर्वरकों (यूरिया, डीएपी, एनपीके, एमओपी) की आवश्यकता एवं आवंटन, रबी 2021-22 का रबी 2020-21 से उर्वरकों की तुलनात्मक स्थिति तथा रबी 2021-22 (अक्टूबर 2021 से 08 दिसंबर 2021 तक) में उर्वरकों की कुल उपलब्धता के संबंध में जानकारी दी। सचिव कृषि ने बताया कि डीएपी के विकल्प के रुप में एनपीके उर्वरक का उपयोग या एसएसपी और यूरिया के मिक्सचर के रुप में उपयोग तथा उर्वरक के सही मूल्य आदि को लेकर समाचार पत्रों में विज्ञापन दिये जा रहे हैं।
सचिव कृषि ने बताया कि मुख्यमंत्री द्वारा केंद्र सरकार से खाद आपूर्ति को लेकर बातचीत किए जाने का काफी असर हुआ है, और इसी कारण खाद की आपूर्ति बढ़ायी गई है। केंद्र सरकार ने आश्वस्त किया है कि बिहार को खाद आपूर्ति लगातार जारी रहेगी, तथा आपूर्ति में किसी प्रकार की परेशानी नहीं होगी। हमलोग भी लगातार केन्द्र सरकार से सम्पर्क में हैं।
समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी कई फसलों की बुआई का मौसम चल रहा है। किसानों को खाद की किल्लत नहीं हो, इसको लेकर सरकार हर स्तर पर काम कर रही है। केंद्र सरकार से इसको लेकर बात की गई है। अधिकारी भी निरंतर केंद्र सरकार के संपर्क में हैं, ताकि खाद की आपूर्ति में किसी प्रकार की कोई बाधा उत्पन्न न हो। उन्होंने कहा कि सही मूल्य पर उर्वरक की बिक्री हो और वितरण में भी किसी प्रकार की कोई अनियमितता न हो इस पर विशेष नजर रखें। किसानों के हित के लिए हमलोग लगातार काम कर रहे हैं। फसलों का उत्पादन और उत्पादकता बढ़ी है। किसानों की आमदनी बढ़े, उन्हें हर प्रकार से फायदा हो इसको लेकर हमलोग लगातार काम कर रहे हैं।
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बैठक में कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, कृषि विभाग के सचिव श्री एन सरवन कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह तथा निदेशक कृषि राजीव रौशन उपस्थित थे।