पटना,संवाददाता। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के समक्ष आज पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग द्वारा इको टूरिज्म पालिसी से संबंधित प्रस्तुतीकरण दी गई। यह प्रस्तुतीकरण वीडियो कन्फ्रेंसिंग के माध्यम से दी गई।पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के प्रधान सचिव दीपक कुमार सिंह ने इको टूरिज्म पालिसी से संबंधित प्रस्तुतीकरण में इको टूरिज्म को बढ़ावा देने को लेकर विस्तृत जानकारी दी गई। उन्होंने इको टूरिज्म प्लान, इंप्लीमेंटेशन स्ट्रेटजी आदि के संबंध में जानकारी दी।
प्रस्तुतीकरण के पश्चात् मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण को लेकर हमलोगों ने कई कदम उठाये है। राज्य में इको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए इको टूरिज्म पालिसी बनायी जा रही है। प्रकृति से सामंजस्य रखते हुए पर्यटन को बढ़ावा देना है। इस बात का ध्यान रखना है कि प्रकृति को किसी प्रकार से नुकसान न हो। इससे राज्य के लोगों में पर्यावरण एवं जीव जंतुओं के संरक्षण के प्रति जागरुकता बढ़ेगी और प्रकृति का संरक्षण भी बेहतर तरीके से होगा। उन्होंने कहा कि क्षेत्र की जैव विविधता, परंपरागत ज्ञान एवं हेरिटेज को भी सुरक्षित रखना है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वाल्मीकिनगर अपने आप में यूनिक जगह है, जहां एक तरफ गंडक नदी है, तो दूसरी तरफ वन एवं पहाड़ हैं। यह इको टूरिज्म का बेहतर स्थल बनेगा। वाल्मीकिनगर पहुंचने के लिए आवागमन सुगम बनाया गया है। वहां लोगों के रहने के साथ ही मनोरंजन की अन्य गतिविधियों की भी व्यवस्था की जा रही है। वाल्मीकिनगर में एक कन्वेंशन सेंटर का निर्माण भी कराया जाएगा, जहां कई प्रकार के कार्यक्रम आयोजित करने में सहुलियत होगी। इको टूरिजम के विकास से राज्य में आने वाले पर्यटकों की संख्या तो बढ़ेगी ही, साथ ही स्थानीय लोगों की आमदनी भी बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि इको टूरिज्म का प्रबंधन और मेंटेनेंस विभाग अपने द्वारा ही करे। अधिकारी विशेषज्ञों के साथ जाकर जमीनी मुआयना भी करें और वहां की परिस्थिति के अनुसार व्यवहारिक चीजों पर गौर करते हुए इको टूरिज्म के विकास पर काम करें।
बैठक में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार एवं मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह उपस्थित थे, जबकि वीडियो कन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री नीरज कुमार सिंह, पर्यटन मंत्री नारायण प्रसाद, मुख्य सचिव त्रिपुरारी शरण, विकास आयुक्त आमिर सुबहानी, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के प्रधान सचिव दीपक कुमार सिंह एवं पर्यटन विभाग के सचिव संतोष कुमार मल्ल जुड़े हुए थे।