फतुहा, अमरेन्द्र। स्थानीय रेलवे गुमटी पर बन रहे Overbridge के लोहे के पाया में जंग लगना शुरू हो गया है। यह अर्धनिर्मित पुल लोगों को मुंह चिढ़ा रहा है। बहुत ही धीमी गति से निर्माण कार्य हो रहा है। जिससे फतुहा की जनता में आक्रोश व्याप्त है।
गौरतलब है कि रेलवे गुमटी से हजारों की संख्या में लोग इस पार से उस पार आते-जाते हैं। जबकि त्योहारों के समय लाखों लोग गुमटी आर-पार करते हैं। वहीं से मेल-एक्सप्रेस ट्रेनें गुजरती है, जिसका ठहराव फतुहा में नहीं है। गुमटी पार करते समय कई बार हादसा हो चुका है। गुमटी से महिलाएं, बच्चे भी आते-जाते हैं। ऐसे में गुमटी पर Overbridge की मांग हुई। कई बार धरना प्रदर्शन किया गया।बहुत बार रेलवे के वरीय पदाधिकारियों को पत्र लिखा गया। तब जाकर रेल ओवरब्रिज बनना तय हुआ।
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इसी क्रम में रेल Overbridge निर्माण प्रारंभ हुआ। लेकिन आलम यह है कि रेल का यह निर्माण बीरबल की खिचड़ी साबित हो रहा है। इस तरफ से उस तरफ पाया का निर्माण लगभग महिनों पहले पूरा हो चुका है लेकिन उसके बाद से निर्माण कार्य ठप्प है। जिसके कारण Overbridge का पाया हाथी का दांत साबित हो रहा है।
इस संबंध में समाजसेवी अनिल राज ने बताया कि नेता- मंत्री को सिर्फ वोट से मतलब है और फतुहा के नेता को फोटो-सेल्फी खिंचवाने से मतलब है। जनता के विकास से कोई मतलब नहीं। यह ओवरब्रिज निर्माण वर्षो से चल रहा है। कुछ महीने पहले फतुहा- राजगीर रेललाइन का निरीक्षण करने डीआरएम फतुहा आए थे तो उन्होंने कहा था कि ओवरब्रिज अक्टूबर 2020 में जनता के लिए चालू हो जाएगा। अब देखना है कि यह पुल कब पूरी तरह तैयार होकर लोगों के लिए समर्पित किया जाता है।