सोनपुर. डॉक्टर फणीश सिंह (Dr. Phaneesh Singh ) की याद में शनिवार को कौमी एकता संदेश पत्रिका का लोकार्पण समारोह में उपस्थित वक्ताओं ने कहा कि डॉक्टर फनीश सिंह (Dr. Phaneesh Singh) एक प्रतिष्ठित वकील के साथ-साथ उच्च श्रेणी के लेखक ,साहित्यकार थे । उन्होंने हरिहर क्षेत्र सोनपुर गांधी चौक के निकट कविता स्मृति एवं अगस्त क्रांति संग्रहालय समृद्धि बनाना चाहते थे । शहीद महेश्वर स्मारक भवन निर्माण कर यह प्रमाणित कर दिया है कि वह सोनपुर को साहित्य एवं सांस्कृतिक राजनीतिक कथा हर दृष्टिकोण से धनी बनाना चाहते थे । कार्यक्रम की अध्यक्षता चंद्र प्रकाश सिंह तथा मंच का संचालन अनीश अंकुश तथा जयप्रकाश द्वारा किया गया ।
उपस्थित लोगों ने सबसे पहले शहीद महेश्वर सिंह एवं उनके दमाद स्वर्गीय फणीश सिंह की तस्वीर पर माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि अर्पित किया । कार्यक्रम के प्रारंभ में संस्था के अध्यक्ष डॉ ब्रजेश कुमार पांडे ने अपने संबोधन में कहा कि फनीश जी के शरीर में जितने अंग थे उतनी संस्थाएं उनके पास थी जिसे वह बदस्तूर चालू रखते थे। फणीश जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए श्री पांडे ने यह भी कहा की 1963 मेरी से लौटकर पटना कॉलेज के कैंटीन के सामने खड़ा था कि हमारे पास एक कार आकर रूकी उसी गाड़ी से त्रिथनाथ सिंह से निकले और मेरे पास आए उन्होंने मुझे इशारे से कहा कि यह फनीश जी हैं इन्हें नाम लिखाने के लिए आए हैं इनकी ससुराल सोनपुर में ही है यह शहीद महेश्वर के दामाद हैं । यह कम्युनिस्ट पार्टी के मेंबर हैं फिर फनीश जी भी आए और वहीं से इनके साथ हमारी घनिष्ठा हो गई ।
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कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष व सीपीआई के विधान पार्षद केदारनाथ पांडे ने कहा की जब आदमी बहुत बड़ा बन जाता है तो संदेश भेजते है लेकिन फणीश बाबू स्वयं आते थे ,उनके अंदर ना तो धन का गुमान था न शिक्षा का अभिमान था ।वे हमेशा मुस्कुराते हुए विकास का काम करने के लिए अक्सर सोचा करते थे । एक एडवोकेट से लेकर साहित्यकार तक रहे फणीश बाबू यायावर की तरह घूमने का बहुत शौक रखते थे। घूम कर आते तो यात्रा का वर्णन किया करते थे । उनके ही सजन से हम भी एक बार वियतनाम गए थे।
कार्यक्रम में संस्था के सचिव अच्युत शिवनंदन सिंह, हरिहर क्षेत्र स्मृति मंजूषा प्रकाशन समिति के अध्यक्ष अनिल कुमार सिंह ,सोनपुर के वरिष्ठ नागरिक सेवानिवृत्त स्टेशन अधीक्षक राजकिशोर सिंह , धनंजय सिंह अधिवक्ता सह पत्रकार विश्वनाथ सिंह,शंकर सिंह,,संजीत कुमार ,सुनील कुमार यादव, प्रोफ़ेसर पप्पू राय के साथ अन्य लोग उपस्थित थे ।