पटना, रंजना कुमारी। कायस्थ समाज के अर्जुन हैं राजीव रंजन प्रसाद। जीकेसी नाम का गांडिव इन्होंने थाम लिया है, लक्षमीबाई के रुप में नारी शक्ति भी इनके साथ है। ये जरूर अपना तालकटोरा का 19 दिसम्बर को अपना लक्ष्य भेदेंगे और कायस्थों का कल्याण करेंगे। ये बातें देश भर में मशहूर चिकित्सक पद्मश्री गोपाल प्रसाद सिन्हा ने रविवार को पटना तारामंडल सभागार में आयोजित शंखनाद यात्रा के कार्यक्रम में कही। वो बतौर मुख्य अतिथि कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि देश में कायस्थों का गौरवशाली अतीत रहा है। अब उसे दोहराने के लिए राजीव रंजन कदम बढा चुके हैं ।ऐसे में हम सभी को राजीव रंजन का साथ देना चाहिए। उन्होंने कायस्थ समाज के लोगों का आह्वान किया कि आगे बढ़ें और युधिष्ठिर, भीम, नकुल और सहदेव की भूमिका मेंआगे बढ़कर कायस्थ समाज के अर्जुन का साथ दें ताकि वो आज का युद्ध जीत सकें।
डा.गोपाल प्रसाद सिन्हा ने कहा कि राजनीतिक लड़ाई जीतने के लिए हम सबको बाइटिंग कैपिसिटी डेवलप करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हम वोच देते हैं और किसी को चुनाव में जीता देते हैं या वोटिंग से चुपचाप मुंह मोड़ लेते हैं। लेकिन बिल्ली की तरह काट कर हम किसी को हरा नहीं पाते हैं। …और जब तक हम हराना सीखेंगे नहीं तब तक हमारी उपेक्षा होती ही रहेगी इसलिए जरूरी है कि हम वैसे नेताओं को हराना भी सीखें जो जाति के नाम पर और जाति की वोट पर जतते हैं लेकिन जाति के लिए कुछ करते नहीं हैं।
कायस्थ जाति नहीं,एक संस्कृति है जिसने लोगों को बौद्दिक बनायाः विधायक अरूण कुमार सिन्हा
इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पटना के भाजपा विधायक अरूण कुमार सिन्हा ने कहा भगवान चित्रगुप्त के हाथों में कतम द्वात है। ये प्रतिक है किताब-कॉपी और लिखने पढ़ने का। पहले ऋषि-मुनि बोल –बोल कर और सुना-सुना कर कुछ खास लोगों में ज्ञान बांटते थे, लेकिन भगवान चित्रगुप्त ने कलम-दवात उठाया और इसी ज्ञान को अक्षरों में पिरो कर कागजों पर सहेज दिया । ताकि आम लोग भी इसे पढ़ लिख सकें और बौद्धिक हो सकें। और हमसब उनके ही वंशज है जो आज भी बौद्धिकता और ज्ञान बांटते हैं। न्होंने कहा कि कायस्थ एक संस्कृति रही है जो लोगों को लोगों को विद्वान और ज्ञानवान बनाती है।
इस अवसर पर ग्लोवल कायस्थ कांफ्रेस के अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद ने भी कहा कि 19 दिसम्बर को आपसब अपनी चट्टानी एकता को प्रदर्शित करने के लिए दिल्ली जरूर आएं।19 दिसम्बर हमारा निर्णायक पड़ाव होगा। इसलिए हमें चूक करने की जरूरत नहीं है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि अभी नहीं तो कभी नहीं।
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मौके पर जीकेसी के प्रबंध न्यासी,रागिनी रंजन, प्रदेश अध्यक्ष डा.नम्रता आनंद, पटना जिला अध्यक्ष सुशील कुमार, दीपक अभिषेक,दिवाकर वर्मा सहित कई अधिकारी- पदाधिकारियों ने इस कार्यक्रम में अपनी सक्रिय भूमिका निभाई।
पांच घंटे तक चले इस कार्यक्रम को मनोरंजक बनाए रखने के लिए जीकेसी के आलोक कुमार,प्रेम कुमार, दिवाकर वर्मा, डा.नम्रता आनंद ने अपना कर्ण प्रिय गायन प्रस्तुत किया। साथ ही दीदीजी फाउंडेशन के बाल कलाकारों ने झीझिया, छठगीत आदि की प्रस्तुति दे कर लोगों का मन मोह लिया। मौके पर कई लोगों को सम्मानित भी किया गया।