बेनीपट्टी, रूद्र देव झा। सनातन धर्म में Ram navmi का विशेष महत्व बताया गया है। चैत्र मास की शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को रामनवमी का पर्व मनाया जाता है। इसबार यह शुभ तिथि 21 अप्रैल दिन बुधवार को है। इस दिन पुनर्वस नक्षत्र में कर्क लग्न में भगवान राम का जन्म हुआ था। लेकिन इस बार कोरोना के चलते ज्यादातर जगह कर्फ्यू लगाया जा चुका है और अयोध्या में तो सभी प्रमुख मंदिरों को बंद कर दिया गया है।
Ram navmi के दिन कल सुबह से ही आम श्रद्धालुओं के बीच Ram navmi तथा दुर्गा महानवमी को लेकर उत्साह का महौल देखा गया, लेकिन खास बात यह रही कि कोरोना संबंधी सरकारी आदेश का पालन करते हुए आम लोगों ने अपने अपने परिसर में ही महाबीरी ध्वजारोहण किया।चुकि रामनवमी का शुभ मुहूर्त भी प्रातः 11:32 से 12:20 तक ही बताया गया था इसलिए बड़े ही नियम व निष्ठा से भगवान श्री राम के साथ महाबली हनुमानजी को लोगों ने नमन किया।
जब भरत हुए अधीर तो राम हुए गंभीर
दूसरी ओर वासंतिक नवरात्र का महानवमी हवन व कन्या पूजन भी आज निष्ठा पूर्वक संपन्न किया गया। सिद्धिदात्री की उपासना के साथ हवन और कन्या पूजन कर भक्तों ने दुर्गा पूजा का विधिवत पाठ किया। ज्यौतिषी दैवज्ञ शिरोमणि पं.गणेश कांत झा एवं पद्म शिवाकान्त ने सनातन धर्म व संस्कृति में आस्था रखने वालों को शुभकामनाएं दी तथा देश एवं बिहार के लोगों को इस संक्रमण काल में निर्धारित मानदंडों के अनुपालन का आग्रह किया। इस बीच कोरोना संक्रमण से लोगों के बीच तनाव का महौल भी देखा गया।