- पर्यावरण संरक्षण मुहिम में शामिल ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस : डॉ नम्रता आनंद
- पर्यावरण (environment) को बचाने और जागरूकता फैलाने के लिए संकल्पित ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस : रागिनी रंजन
पटना, संवाददाता।पर्यावरण दिवस के पूर्व ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस (जीकेसी) और दीदी जी फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में पर्यावरण सप्ताह (environmental week) का आयोजन पिछले तीन दिनों से लगातार किया जा रहा है ।इसी क्रम में तीसरे दिन ग्लोबल कायस्थ कांफ्रेंस की प्रदेश अध्यक्ष और दीदी जी फाउंडेशन की संस्थापिका डा.नम्रता आनंद के नेतृत्व में कुरथौल के उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय कुरथौल के परिसर में लगभग 150 छोटे बड़े पौधे लगाए गए । पौधरोपन में स्थानीय बच्चों और लोगों ने अपना सहयोग दिया।
मौके पर राष्ट्रीय सम्मान प्राप्त समाजसेविका और शिक्षिका डा.नम्रता आनंद ने कहा कि कोरोना महामारी ने हम सबको एक बार फिर से ऑक्सीजन की महत्ता का एहसास करा दिया है। ऑक्सीजन हमें पौधों से ही प्राप्त होता है।
इसलिए पेड़ पौधे नियमित तौर पर लगाए जाते रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि पौधरोपन कार्यक्रम जीकेसी के प्रबंध न्यासी रागिनी रंजन के गो ग्रीन प्रोजेक्ट के तहत किया गया है ।यह पर्यावरण सप्ताह भी इसीका हिस्सा है।
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गो ग्रीन प्रोजेक्ट किचन वेस्ट ग्रीनरीज को प्रमोट करता है। उन्होंने कहा कि पर्यावरण (environment) संरक्षण मुहिम में अब ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस भी शामिल हो गया है।मध्यप्रदेश के बक्सवाहा जंगल की कटाई को रोकने की बात एक अभियान के रूप में राष्ट्रीय स्तर पर किया जा रहा है। नम्रता ने कहा कि बच्चों ने अपने प्रिय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी से हाथ जोड़कर निवेदन किया कि आप तो बच्चों को बहुत प्यार करते हैं ,फिर बच्चों के भविष्य के लिए मध्यप्रदेश सरकार के द्वारा लिए गए फैसले पर कड़ा रोक क्यों नहीं लगाते। डॉ नम्रता आनंद ने कहा ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस की प्रबंध न्यासी श्रीमती रागिनी रंजन एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद की विशेष पहल गो ग्रीन अभियान सराहनीय है।
श्रीमती रागिनी रंजन ने बताया कि पर्यावरण की सुरक्षा और संरक्षण का ध्यान रखना हमारा परम दायित्व बनता है। सभी को अपने स्तर पर पर्यावरण (environment)बचाने पर योगदान देना चाहिए।
जीकेसी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि पर्यावरण (environment) ने मानव को बहुत कुछ दिया है,जिससे एक उत्कृष्ट मानव-संस्कृति उद्भत हुई है लेकिन मानव स्वार्थ से अन्धा होकर पर्यावरण (environment) के विनाश में संलग्न है।पर्यावरण संरक्षण एक ज्वलंत समस्या है। इसके निराकरण के लिये विश्व के प्रत्येक व्यक्ति को हर संभव प्रयास करने चाहिए। पर्यावरण(environment) की सुरक्षा हर किसी की जिम्मेदारी है।
डॉ नम्रता ने कहा कि इस अभियान की सार्थकता के लिए जरूरत पड़ी तो दीदी जी फाउंडेशन के संस्कारशाला के बच्चों एवं ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस के सदस्यों के साथ 24 घंटे का उपवास कर गो ग्रीन अभियान को सफल बनाया जाएगा।
कार्यक्रम के तहत आज डेढ़ सौ आम, अमरूद, पीपल, बरगद ,अमलतास, केला , सागवान ,शीशम ,महोगनी आंवला, शरीफा, कटहल, नींबू, अनार पपीता, नीम, लीची, कदम ,उड़हूल सूरजमुखी, बेली, तुलसी, आदि पौधे बच्चों द्वारा लगाए गए।
इस कार्यक्रम को सफल बनाने में रंजीत ठाकुर, गौरी, पवन ,प्रियंका, काजल, अंशु, रितिका,परी, पीहू, साक्षी, डोली, अंजलि, नंदिनी, खुशबू, रोहित,राज, नंदिनी,खुशी, अंचिता, अंजना, पूजा, मुस्कान, काजल,सोनाली ,पिंकी सौरभ, अंकित ,रवि, सौरभ, विशाल, सूरज, राहुल, गोलू, रंजन ,आलोक, कुणाल, वैभव ,सूरज, बिट्टू ,राजा, यीशु पटेल आदि बच्चों ने प्रकृति को सुंदर बनाने के लिए वृक्षारोपण कार्यक्रम में भाग लिया। पेड़ लगाओ, धरती बचाओ के नारे दिए और जीवन को खुशहाल बनाने का संदेश दिया। बच्चों ने गो ग्रीन अभियान की संचालिका रागिनी रंजन प्रसाद एवं बिहार प्रदेश अध्यक्षा डॉ नम्रता आनंद दीदी जी को धन्यवाद दिया जिनके प्रयास से आज उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय कुरथौल के प्रांगण में वृक्षारोपण कार्यक्रम सफल हो सका।
कुरथौल के समाजसेवी रंजीत ठाकुर ने कहा हमारा पर्यावरण को हरा-भरा बनाए रखने के लिए हम लोग हर संभव प्रयास करेंगे और हमेशा दीदी जी फाउंडेशन की संचालिका नम्रता दीदी का सहयोग करेंगे। समाजसेवी चुन्नू सिंह ने कहा कि संस्कारशाला में बच्चों को अच्छी-अच्छी बातें सिखाई जाती हैं। और विभिन्न गतिविधियों में हमेशा लगाया जाता है। यह दीदी जी फाउंडेशन की बहुत अच्छी पहल है। आज बच्चों ने पर्यावरण सप्ताह के तीसरे दिन 150 पौधे लगाकर अपने पर्यावरण (environment) को बचाने की मुहिम में साथ दिया है। मिथिलेश कुमार सिंह ने कहा अगर सभी लोग इसी तरह जागरूक हो जाएं तो इस कोरोना महामारी से जल्द ही छुटकारा मिल जाएगा। डॉ नम्रता आनंद ने कहा कि पर्यावरण के अंदर ही तरह-तरह के जीव -जंतु ,पेड़ पौधे तथा अन्य सजीव- निर्जीव वस्तुएं होती हैं जो सब मिलकर पर्यावरण की रचना करते हैं ।मानव अपने स्वार्थ में पर्यावरण के विनाश कर रहा है, जिसका दुष्परिणाम आज पूरी दुनिया ने महसूस किया है। इसीलिए गो ग्रीन अभियान के तहत ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस ने यह वृक्षारोपण अभियान की मुहिम को छेड़ा है।