पटना,जितेन्द्र कुमार सिन्हा। पटना के गार्गी ग्रैंड होटल में लिवर ट्रांसप्लांट की नई तकनीक पर सेमिनार का आयोजन किया गया। इस सेमिनार आयोजन केयर हॉस्पिटल, हैदराबाद और वेल्स हॉस्पिटल, पटना ने संयक्त रूप से किया था।
वेल्स हॉस्पिटल के आर्थो सर्जन डा. समशुल होदा ने हैदराबाद के केयर हॉस्पिटल के लिवर ट्रांसप्लांट सर्जन डा. मोहम्मद अब्दुन नईम को वेल्स हॉस्पिटल में विजिटिंग कंसल्टेंट भी रखा है ताकि पटना और पटना के आस-पास के लोगों के लिवर की बीमारियों और लिवर ट्रांसप्लांट के बारे में जागरूक किया जा सके।
डा. नईम ने वर्ष 2000 से वयस्कों एवं बच्चों का सफल लिवर ट्रांसप्लांट करते आ रहे हैं। डा. नईम ने लिवर ट्रांसप्लांट प्रक्रिया क्या है और लिवर दाता कौन हो सकता है के संबंध में विस्तृत रूप से इस सेमिनार में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि लिवर दाता वही लोग हो सकते हैं जिनका ब्लड ग्रुप एक हो, उम्र भी करीब करीब एक हो, कोई बीमारी भी नहीं हो।
डा. नईम ने बताया कि अगर बच्चों का लिवर प्रत्यारोपण करना हो और उनके परिवार वाले आर्थिक रूप से कमजोर हों, तो ऐसी स्थिति में डा. नईम केयर हॉस्पिटल द्वारा क्राउड फंडिंग की मदद से बच्चों का मुफ्त में लिवर प्रत्यारोपण करने के लिए भी तैयार हैं।लिवर ट्रांसप्लांट के नई तकनीक सेमिनार में मुख्य अतिथि में डा. अब्दुल हई, डेंटल सर्जन डा. मोहित कुमार, वेल्स हॉस्पिटल के आर्थो सर्जन डा. शमसुल होदा, रेडियोलॉजिस्ट डा. अजय, डेंटल सर्जन डा. शिवाली सिंह, पैथोलॉजिस्ट डा. फौजिया होदा और कई डॉक्टर भी शामिल थे।
Read also- होम्योपैथी के चरक और बिहार के हैनिमैन के नाम से जाने थे डॉ. बी. भट्टाचार्य
हैदराबाद केयर हॉस्पिटल के लिवर ट्रांसप्लांट सर्जन डा. मोहम्मद अब्दुन नईम ने सेमिनार में उपस्थित लोगों को बताया कि लीवर ट्रांसप्लांटेशन, क्रोनिक एंड-स्टेज लीवर डिजीज और एक्यूट लीवर फेलियर के रोगियों के लिए एक जीवन रक्षक प्रक्रिया है और पटना के लोगों को लिवर ट्रांसप्लांट के बारे में बताने और जागरूक करने के लिए पटना के कंकड़बाग स्थित वेल्स हॉस्पिटल में ओपीडी सेवा भी शुरू की गई है।
डा. मोहम्मद अब्दुन नईम ने कहा कि लीवर प्रत्यारोपण के सभी पहलुओं में महत्वपूर्ण प्रगति हुई है, जिसमें प्राप्तकर्ता चयन, दाता प्रबंधन, ऑपरेशन तकनीक, इम्यूनोसप्रेशन और लीवर प्राप्तकर्ताओं के पोस्टऑपरेटिव प्रबंधन शामिल हैं।डा. शमसूल होदा ने सेमिनार को संबोधित करते हुए कहा कि वेल्स हॉस्पिटल का लक्ष्य है कि लोगों को लिवर की बीमारी और बीमारी के लक्षण बताना और और इस रोग को लेकर उन्हें जागरूक करना है।