पटना,जितेन्द्र कुमार सिन्हा। आत्महत्या के लिए उकसाने वालों पर हो कार्रवाईः डॉ नभ शंकर । राजस्थान के लालसोट में महिला चिकित्सक डॉ. अर्चना शर्मा की आत्महत्या मानवता को शर्मशार करती है। आज देश के सारे चिकित्सकों में डर और भय का माहौल बना हुआ है। चिकित्सक और आम जनता इस तरह की घटना से आक्रोशित हैं। ये बातें मधुबनी मेडिकल कॉलेज के स्टूडेंट डॉ नभ शंकर गुप्ता ने आज कही।
Read also- एक करोड़ रोजगार के साथ राजनीतिक विकल्प लेकर आ रहा है समता सदभाव दल : पंकज
उन्होंने कहा कि चिकित्सकों पर हो रहे अत्याचार के दोषियों को स्पीडी ट्रायल चला कर शीघ्र सजा देनी होगी। चिकित्सकों को धरती पर दूसरा भगवान कहा जाता है। सभ्य समाज में किसी को प्रतारित करना और आत्म हत्या करने पर मजबूर करना असभ्यता का परिचायक है। पुलिस को इस घटना की सघन जाँच-पड़ताल कर, दोषियों पर प्राथमिकी दर्ज करनी चाहिए और उन पर कड़ी और बड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।
डॉ नभ शंकर गुप्ता ने सरकार से मेडीकल एक्ट का गठन करने की मांग की है। साथ में यह भी मांग की कि जरूरत पड़ने पर चिकित्सकों को अविलंब सुरक्षा सुविधा उपलब्ध कराई जाए ताकि डाक्टर बेफिक्र हो कर वो लोगों की जान बचाने का अपना काम कर सके।