फतुहा। देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद की पुण्यतिथि पर राष्ट्रीय जनता दल, फतुहा श्रद्धा सुमन अर्पित कर उन्हें याद किया गया। नगर राजद फतुहा अध्यक्ष डॉ. दयानंद प्रसाद सिंह ने कहा कि राजेंद्र प्रसाद महान स्वतंत्रता सेनानी और देश के सच्चे सपूत थे। उन्होंने अपना मकान सदाकत आश्रम दान किया था। देश आज भी अपने इस सपूत को याद करता है।
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देश को देशरत्न जैसे कर्मवीर की जरूरत है, जो तन-मन से देश की सेवा कर सके। डॉ. दयानंद ने कहा कि डॉ. राजेंद्र प्रसाद का जन्म बिहार के सिवान जिले के जीरादेई में हुआ था। उन्होंने साल 1915 में लॉ में मास्टर्स की डिग्री प्राप्त की थी। कहा जाता है कि उनके जीवन पर उनके गुरु गोपाल कृष्ण गोखले के विचार और महात्मा गांधी ने गहरा प्रभाव डाला था।
उन्होंने अपनी आत्मकथा में इस बात का जिक्र भी किया था कि उन्होंने गोपाल कृष्ण से मिलने के बाद आजादी की लड़ाई में शामिल होने का फैसला लिया था। इसके बाद वो परिवार की रजामंदी लेकर स्वतंत्रता की लड़ाई में शामिल हुए। बताया जाता है कि महात्मा गांधी खुद राजेंद्र प्रसाद के निर्मल स्वभाव व उनकी योग्यता को लेकर काफी प्रसन्न हुए थे।