वर्ष 2019 में ट्रस्ट के रूप में निबंधित विश्व चित्रांश परिवार कोरोना की तीसरी लहर समाप्त होने के बाद चित्रांशों के लिए रोजगार मेला का आयोजन करेगा। ये बातें विश्व चित्रांश परिवार के कोर ग्रुप विश्व चित्रांश संसद के अध्यक्ष विश्वनाथ प्रसाद सिन्हा ने xposenow.com से एक विशेष बातचीत में कही। उन्होंने का कि हम कोरोना से पहले एक बार पटना में रोजगार मेला का आयोज कर चुके हैं। उसमें 12 चित्रांशों को नौकरी के लिए चयनित भी किया गया था। इसके साथ अन्य वर्घ के लोगों ने भी इस रोजगार मेले का लाभ उठाया था। हमारी योजना हर जिले में ऐसे रोजगार मेले के आयोजन की थी लेकिन कोरोना के कारण हमें अपनी योजना स्थगित करनी पड़ी थी।
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विश्वनाथ प्रसाद सिन्हा ने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर का कमजोर प्रभाव ने काम करने वालों को फिर से प्रोत्साहित करना शुरु कर दिया है। विश्व चित्रांश परिवार ने भी फिर से रोजगार मेला के आयोजन की योजना बना ली है।
श्री सिन्हा ने बताया कि हम चित्रांश परिवार के लिए अक्सर कुछ न कुछ किया करते हैं। पिछले वर्ष हमने कुछ चित्रांश छात्रों को 500 रू महीने की छात्रवृति दी थी। इसबार भी 10 जरूरतमंद छात्रों का चयन किया जा रहा है, जिन्हें 500 रू हर महीने की छात्रवृति दी जानी है। 6 छात्रों का चयन हो चुका है, अब मात्र 4 छात्रों को और चयनित किया जाना है। विश्व चित्रांश परिवार के बारे में बताते हुए विश्वनाथ प्रसाद सिन्हा ने कहा कि इस संगठन की शुरुआत 29 जून 2017 को फेसबुक पेज के आध्यम से की गई थी। बाद में 2019 में ट्रस्ट के रप में इसका निबंधन कराया गया था। यह संगठन चित्रांशों के लिए कई क्षेत्रों मसलन शिक्षा, कैरियर, स्वरोजगार,शादी और बीमारी में जरूरतमंद चित्रांश की मदद करता रहा है। उन्होंने कहा कि आगे भी ऐसा करते रहने के लिए संगठन प्रतिवद्ध है।