ओटीटी प्लेटफार्म एमएक्स प्लयेर पर इन दिनों रिलीज एक वेब सीरीज ‘बुलेट पेन’ को खूब सराहा जा रहा है। इसकी कहानी बिहार के सासाराम जिले की है। साथ ही इस सीरीज के कलाकारों की भी खूब चर्चा हो रही है। इसमें मनोज कुमार राव मुख्य भूमिका में हैं, जो खुद भी सासाराम चेनारी थाना के नरौरा गांव से आते हैं और वे मुंबई में अपनी करियर को लेकर मेहनत कर रहे हैं।
मनोज को फिल्मों से लगाव गांव में होने वाले नाटक में अभिनय के दौरान हुआ और फिर उन्होंने अपना करियर अभिनेता के रूप में बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया। इसी क्रम में वे पढ़ाई के लिए पटना आये और टीपीएस कॉलेज में दाखिला लिया। लेकिन अभिनय के जुनून में ग्रेजुएशन के दूसरे वर्ष ही वे मुंबई चले गए और फिर एग्जाम के लिए वापस नहीं लौटे। यूँ कहें कि अभिनय की दिवानगी उनको पढ़ाई छुड़ाकर मुम्बई ले आया। वहां मनोज ने करियर की शुरूआत शार्ट फिल्मों से की। उनकी पहली फीचर फिल्म “मृदंग” थी, जिसे रितेश एस कुमार ने निर्देशित किया था। इससे पहले मनोज शॉर्ट फिल्म “फन्दी” कर चुके थे। इस फ़िल्म को नैनीताल फ़िल्म फेस्ट में सम्मानित भी किया गया था और अब उनकी वेब सीरीज ‘बुलेट पेन’ ने सबका ध्यान अपनी ओर खींचा है, जिसके लिए मनोज कुमार राव प्राउड फील करते हैं।
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आपको बता दें कि मनोज कुमार राव एक साधारण मध्यम वर्गीय परिवार से आते हैं। पिता CISf से सेवानिवृत्त हैं। भाई आर्मी में कार्यरत हैं और उन्होंने सिनेमा को चुना। वे इस बारे में कहते हैं कि मुझे बॉलीवुड में ही फिल्में करनी थी। अजय देवगन मेरे पसंदीदा कलाकार हैं। लेकिन मैं जहां से आता हूँ, वहां करियर का मतलब सिर्फ सरकारी नौकरी होता है। लेकिन मैंने इससे आगे निकालकर कुछ अलग करने की ठानी थी। ऐसे में पटना में रितेश एस कुमार से दोस्ती हो गयी और हम मुंबई चले गए। उस वक़्त हमें बस इतना पता था कि फ़िल्म में कुछ करना है तो मुंबई जाना ही होगा।
मुंबई आने के बाद मनोज कुमार राव ने संघर्ष शुरू किया और अपने अभिनय से लोगों का ध्यान खींचा और बता दिया कि छोटे शहर क्या, छोटे से गाँव से आने वाले लोगों में भी प्रतिभा की कमी नहीं होती है। इसका उदाहरण उनका वेब सीरीज ‘बुलेट पेन’ है, जिसके दूसरे पार्ट की भी तैयारी शुरू हो चुकी है। इसके अलावा वे एक बायोपिक भी करने वाले हैं।