नई दिल्ली/ एजेंसी। खेल की सबसे बड़ी अदालत ने वृहस्पतिवार को अपने एक फैसले में रूस पर दो साल का प्रतिबंध लगा दिया। अब रूस टोक्यो ओलंपिक और 2022 के बीजिंग विंटर ओलंपिक में हिस्सा नहीं ले पाएगा। रूस पर डोपिंग के नियमों का उल्लंघन करने का दोष सिद्ध हुआ है। हालांकि जो खिलाड़ी डोपिंग में शामिल नहीं हैं वह स्वतंत्र रूप से ओलंपिक में हिस्सा ले सकते हैं।
विश्व डोपिंग एजेन्सी ने अपने जांच में पाया था कि रूसी अधिकारियों ने डेटाबेस छेड़छाड़ किया। जिसके बाद रूस पर चार साल का प्रतिबंध लगा था। रूस ने इस फैसले का विरोध किया और खेल की सबसे बड़ी अदालत में इस मामले को ले गया। खेल की अदालत ने रूस का प्रतिबंध चार साल से घटाकर दो साल कर दिया है। लेकिन रूस दोष मुक्त नहीं हुआ है। आरोप सिद्ध होने के बाद अब एक देश के रुप में रूस टोक्यो ओलंपिक और बीजिंग विंटर ओलंपिक का हिस्सा नहीं हो पाएगा। इन दोनों बड़े टूर्नामेंट में रूस का झंडा और राष्ट्रगान भी प्रतिबंधित रहेगा। हालांकि रूस के सभी खिलाड़ी स्वतंत्र रूप से ओलंपिक में हिस्सा ले सकते हैं।