सोने की कीमत 335 रुपये की तेजी के साथ 50,969 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई। एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने यह जानकारी दी। इससे पिछले कारोबारी सत्र के दौरान सोने का भाव 50,634 रुपये प्रति दस ग्राम पर बंद हुआ था। चांदी की कीमत भी 382 रुपये बढ़कर 69,693 रुपये प्रति किलोग्राम हो गयी। इससे पिछले कारोबारी सत्र में यह भाव 69,311 रुपये प्रति किलो था। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना 1,942 डॉलर प्रति औंस और चांदी 27.30 डॉलर प्रति औंस पर स्थिर रही।
मजबूत हाजिर मांग के कारण सटोरियों ने ताजा सौदों की लिवाली की जिससे वायदा कारोबार में मंगलवार को सोना 64 रुपये की तेजी के साथ 51,488 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में फरवरी 2021 के महीने में डिलिवरी वाले सोना वायदा की कीमत 64 रुपये यानी 0.12 प्रतिशत की तेजी के साथ 51,488 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई। इसमें 10,468 लॉट के लिये कारोबार किया गया। बाजार विश्लेषकों ने कहा कि कारोबारियों द्वारा ताजा सौदों की लिवाली के कारण सोना वायदा कीमतों में तेजी आई। अंतरराष्ट्रीय बाजार, न्यूयॉर्क में सोना 0.02 प्रतिशत की गिरावट के साथ 1,946.20 डॉलर प्रति औंस चल रहा था।
मजबूत हाजिर मांग के कारण कारोबारियों ने अपने सौदों के आकार को बढ़ाया जिससे वायदा बाजार में मंगलवार को चांदी की वायदा कीमत 374 रुपये की तेजी के साथ 70,410 रुपये प्रति किलो हो गयी। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में चांदी के मार्च महीने में डिलीवरी वाले अनुबंध की कीमत 374 रुपये यानी 0.53 प्रतिशत की तेजी के साथ 70,410 रुपये प्रति किलो हो गयी जिसमें 15,460 लॉट के लिये कारोबार हुआ। बाजार विश्लेषकों ने कहा कि चांदी वायदा कीमतों में तेजी आने का मुख्य कारण घरेलू बाजार में तेजी के रुख की वजह से कारोबारियों की ताजा लिवाली करना था। वैश्विक स्तर पर, न्यूयार्क में चांदी 0.54 प्रतिशत की तेजी के साथ 27.52 डॉलर प्रति औंस चल रहा था।
सोने में चार महीने तक गिरावट का दौर रहा। यह दौर अब बीत चुका है। 2021 की पहली तिमाही में सोना में तेजी आने का उम्मीद है। पटेल ने कहा कि 2021 में सोने की कीमत 2150 से 2200 डॉलर और चांदी की कीमत 35 से 40 डॉलर तक जा सकती है। MCX पर सोना 62000 से 65000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक जा सकता है। कोविड-19 के प्रभाव से इकॉनमी को निकालने के लिए कई उपाय किए गए हैं। पिछले 4 हफ्ते में मनी सप्लाई 20 फीसदी बढ़ गया है जिससे डॉलर कमजोर पड़ रहा है और महंगाई बढ़ रही है।
सोने ने पिछले साल 28 फीसदी से अधिक रिटर्न दिया है। इसकी वजह यह है कि कोरोना वायरस संकट के बीच निवेशकों ने सोने में निवेश किया। अमेरिका में राष्ट्रपति चुनावों और इसके नतीजों को लेकर अनिश्चितता से भी निवेशकों ने सोने का रुख किया। जो बाइडेन अमेरिका का राष्ट्रपति बनने जा रहे हैं और इसके साथ ही चुनावों की अनिश्चितता खत्म हो गई है। इससे सोने की कीमतों में गिरावट आई और इसका रेट 48000 से 49000 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गया।