पटना / सवांददाता। तीन कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग करते हुए जन अधिकार पार्टी (लो) ने राजभवन मार्च निकाला. मार्च की शुरुआत नेताजी सुभाष चन्द्र बोस गोलम्बर, गाँधी मैदान से हुई. हालाँकि राज भवन पहुँचने से पहले ही पुलिस ने मार्च को जे. पी. गोलम्बर के निकट रोक दिया और आगे जाने की अनुमति नहीं दी तथा छात्र नेता मनीष कुमार को गिरफ्तार कर लिया. इस मार्च में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष समेत युवा परिषद्, किसान परिषद्, छात्र परिषद् और पप्पू ब्रिगेड के नेताओं ने हिस्सा लिया.
राजभवन मार्च रोके जाने के बाद पार्टी के एक दल ने राजभवन जाकर राज्यपाल फागू चौहान को ज्ञापन सौंपा. इस दल में राजू दानवीर, बबन यादव, राजीव कुमार कन्हैया, आज़ाद चाँद, संतोष झा शामिल रहें.
केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए पार्टी के किसान परिषद् के अध्यक्ष कन्हैया जी ने कहा कि केंद्र सरकार तीनों कृषि कानूनों को पूरी तरह से निरस्त करें. यही किसानों की मांग है और हम उनके साथ हर स्थिति में खड़े हैं. जब तक कृषि कानून रद्द नहीं हो जाते तब तक हमारा संघर्ष जारी रहेगा. विरोध-प्रदर्शन करना हमारा लोकतांत्रिक अधिकार है. प्रशासन ने हमें रोक कर हमारे अधिकारों से हमें वंचित रखा है. लेकिन किसानों के समर्थन में हमारी लड़ाई जारी रहेगी.
युवा परिषद् के प्रदेश अध्यक्ष राजू दानवीर ने कहा कि केंद्र और राज्य की सरकार साथ मिलकर किसानों की जमीन हड़प कर पूंजीपतियों के हवाले करने की साजिश रच रही हैं. इसका विरोध करने के लिए हमने आज का दिन चुना क्योंकि आज नेताजी सुभाष चन्द्र बोस जी की 125वीं जयंती है.
छात्र परिषद् के अध्यक्ष आजाद चांद ने कहा कि आज किसान अपने अधिकारों के लिए आंदोलन कर रहे हैं लेकिन उन्हें आतंकवादी, खालिस्तानी, पाकिस्तान और चीन समर्थक और देशद्रोही कहा जा रहा है.
इस दौरान रघुपति सिंह, प्रेमचंद सिंह, राजेश रंजन पप्पू, रामचंद्र यादव, भाई दिनेश, रानी चौबे, सच्चिदानंद राय, शशांक मोनू, आदि मेहता, गौतम आनंद समेत पार्टी के अन्य नेता मौजूद थें.