पटना / संवाददाता । ठंड में बेसहारा, गरीब और मुसाफिर लोगों को रात काटनी मुश्किल नहीं हो, इसके लिए पटना नगर निगम ने कई जगह आश्रय स्थल की व्यवस्था शुरू की है। इन आश्रय स्थलों में कोई भी व्यक्ति बिना किसी खर्च के रात भर ठहर सकता है। अजीमाबाद अंचल के गायघाट में बने स्थायी आश्रय स्थल की सुविधाएं देखकर तो आप हैरान हो जाएंगे। यहां 50 लोगों के ठहरने की सुविधा है। गायघाट के आश्रय स्थल में इंवर्टर, टीवी और आरओ के पानी से लेकर सस्ते खाने तक का इंतजाम है। पटना सिटी अंचल क्षेत्र के चौक शिकारपुर आरओबी के नीचे बने अस्थायी आश्रय स्थल में 30 लोगों के रहने का इंतजाम है। गायघाट डंका इमली स्थित गांधी सेतु के नीचे बने आश्रय स्थल को मॉडल के रूप में विकसित किया गया है। यहां पचास बेड, तोशक, तकिया, कंबल, मछरदानी, पीने को शुद्ध पानी, मनोरंजन के लिए टीवी, इनवर्टर, मोबाइल चार्ज करने की व्यवस्था, ठंड में गर्मी के लिए ब्लोअर, शौचालय, स्नानागार आदि है। यह सभी सुविधाएं रहने वालों को मुफ्त उपलब्ध करायी जा रही है। रहने वाले के लिए खाने का इंतजाम किया गया है। स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा तैयार स्वादिष्ट व शुद्ध भोजन महज 30 रुपये में भरपेट उपलब्ध कराया जा रहा है।
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि सुलतानगंज, बहादुरपुर, बाजार समिति, मालसलामी, कुम्हरार, मीनाबाजार सब्जी मंडी, गुलजारबाग मंडी, दीदारगंज, गुलजारबाग स्टेशन के समीप समेत अन्य इलाकों में आश्रय स्थल बनाए जाने की आवश्यकता है। कार्यपालक पदाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने कहा कि यहां रहने वालों की सुरक्षा एवं सफाई का पूरा ध्यान रखा गया है। चौक शिकारपुर की तरह कुछ और इलाकों में अस्थायी आश्रय स्थल स्थापित किये की तैयारी है। जगह चिह्नित की जा रही है। उन्होंने बताया कि गायघाट स्थित मॉडल आश्रय स्थल की घेराबंदी निगम आयुक्त के निर्देश पर कराई जाएगी।