पूर्व भारतीय कप्तान और क्रिकेट जगत में अपना खास मुकाम बनाने वाले महेंद्र सिंह धौनी के लिए मंगलवार की सुबह एक बुरी खबर आई। उनके बचपन के मेंटोर देवल सहाय का निधन हो गया है। वे रांची के एक अस्पताल में भर्ती थे। वे काफी लंबे समय से बीमार थे। आज उनका निधन हो गया है। खेल जगत की वे बड़ी हस्ती थे। देवल सहाय सिंतबर माह से ही रांची में अस्पताल में भर्ती हैं। देवल सहाय 73 वर्ष के थे। सितंबर में अस्पताल में भर्ती होने के बाद उन्हें लगभग 40 दिनों बाद छुट्टी देकर घर भेज दिया गया था। आज उनके निधन की खबर आई।
देवल सहाय जेएससीए झारखंड स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन के पूर्व उपाध्यक्ष भी रहे हैं। बताया गया कि आज सुबह लगभग 3 बजे उनका निधन हो गया। वे क्रिकेट और फुटबॉल के बेहतरीन खिलाड़ी रहे हैं। झारखंड के कई क्रिकेट खिलाड़ियों का करियन बनाने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। वे मेकॉन, सीसीएल और सीएमपीडीआइ में प्रशासक के तौर पर कार्यरत रहे हैं। उन्हें रांची में क्रिकेट का भिष्मपितामह कहा जाता है। उनके दिशा-निर्देश में दर्जनों किकेटरों ने देश और राज्य का प्रतिनिधित्व किया।
बता दें कि 1997-98 में सेंट्रल कोलफील्डस लिमिटेड (सीसीएल) के निदेशक के तौर पर युवा धौनी को देवल सहाय ने स्टाइपेंड पर रखा था। एमएस धौनी की बायोपिक में भी देवल सहाय का जिक्र किया गया है। देवल सहाय ने महेंद्र सिंह धौनी को क्रिकेट जगत में इतनी ऊंचाई तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई है। शीश महल टूर्नामेंट के मैचों में धोनी ने जब भी छक्का लगाया, उस दौरान देवल सहाय ने 50 रुपये का उपहार माही को दिया था। देवल सहाय धौनी के समर्पण और क्रिकेट कौशल से इतने प्रभावित हुए कि उन्हें बिहार टीम में चयन के लिए प्रेरित किया।
धौनी के मेंटोर देवल सहाय का निधन हो गया है। वे रांची के एक अस्पताल में भर्ती थे। वे काफी लंबे समय से बीमार थे। आज उनका निधन हो गया है। खेल जगत की वे बड़ी हस्ती थे।