पटना. तीन कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर पटना में जन अधिकार पार्टी (लोकतांत्रिक) ने अनिश्चितकालीन महाधरना की शुरुआत हुई. जाप के राष्ट्रीय पप्पू यादव ने इस धरने का नेतृत्व किया. जाप की जिला इकाई के नेताओं ने भी अपने-अपने जिला मुख्यालयों में धरना दिया.किसानों का समर्थन करते हुए पप्पू यादव ने कहा कि किसान विरोधी तीनों काले कानूनों को केंद्र सरकार जल्द से जल्द वापस ले. जो किसान पूरे देश को भोजन कराते हैं उन्हें सरकार आतंकवादी कह रही है. सरकार किसानों की मांगों को गंभीरता से ले और उन्हें आतंकवादी कहना बंद करें.एमएसपी पर बोलते हुए पप्पू यादव ने कहा कि केंद्र सरकार एमएसपी पर किसानों को लिखित आश्वासन दे. जब तक किसानों की मांगे पूरी नहीं हो जाती, हमारी पार्टी पूरे प्रदेश में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठी रहेगी.आगे उन्होंने कहा कि जो नए कानून लाए गए है उससे कृषि मंडियां खत्म हो जाएगी और जमाखोरी बढ़ेगी. इसका सबसे बुरा प्रभाव छोटे और सीमांत किसानों पर पड़ेगा.
केंद्र सरकार को किसानों, युवाओं और मजदूरों के हितों की चिंता नहीं है.मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए पप्पू यादव ने कहा कि सूबे में 2006 में कृषि मंडियां ख़त्म कर दी गयी थी. इससे किसानों की स्थिति और ख़राब हो गयी है. मजदूरों का पलायन लगातार जारी है. नीतीश कुमार आँखें मूंदे बैठे हुए हैं. मैं उनसे पूछना चाहता हूँ कि क्या आप बिहार के किसानों को एमएसपी की गारंटी देंगे? दिल्ली के बॉर्डर पर बैठे हजारों किसानों पर आपका स्टैंड क्या है?जाप अध्यक्ष ने कहा कि बिहार के कुल किसानों में 87% सीमांत और छोटे किसान है. आज बिहार का किसान कह रहा है कि पैक्स पर पैसे वालों का कब्ज़ा है. छोटे किसानों को इससे कोई फायदा नहीं मिल रहा है. देश भर में बिहार के किसानों की आय सबसे कम है. राज्य सरकार प्रदेश में कृषि मंडियों को पुण: स्थापित करे.इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष राघवेन्द्र सिंह कुशवाहा, प्रेमचंद सिंह, राजेश रंजन पप्पू, रानी चौबे सहित पार्टी के तमाम पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहें.