पटना।
सचिवालय गोलंबर पहुंचने पर पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की। छात्र कुछ भी सुनने को तैयार नहीं थे। ऐसे में झड़प के साथ पुलिस और छात्रों के बीच धक्का-मुक्की शुरू हो गई। छात्र सड़क पर बैठ गये तो यातायात अवरुद्ध होने पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर छात्रों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। लाठीचार्ज में एक दर्जन छात्र जख्मी हो गयो। इस दौरान पुलिस ने 12 छात्रों को हिरासत में लिया। दिन भर थाने में रखने के बाद देर शाम बांड भरवाकर सभी छात्रों को थाने से छोड़ दिया गया। लाठीचार्ज होने पर सचिवालय गोलंबर के पास करीब एक घंटे तक अफरातफरी मची रही। प्रदर्शन कर रहे छात्रों का आरोप था कि स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के तहत लोन के लिए उनके द्वारा आवेदन दिया गया था। बावजूद इसके लोन स्वीकृत नहीं किया गया। इससे नाराज सैकड़ों छात्र सड़क पर उतरकर प्रदर्शन करने लगे। इसमें पटना समेत बेगूसराय, बक्सर, आरा, रोहतास, औरंगाबाद, कैमूर आदि जिलों के छात्र शामिल थे। प्रदर्शन करनेवाले छात्र सचिवालय होते हुए शिक्षा मंत्री के आवास का घेराव करने जा रहे थे। तभी सचिवालय थाने की पुलिस ने छात्रों को सचिवालय गोलंबर के पास रोक दिया। छात्रों ने वहीं सड़क पर बैठकर यातायात को बाधित कर दिए। पुलिस जब छात्रों को हटाने लगी तो छात्र उनसे भिड़ गए। इसके बाद पुलिस छात्रों को दौड़ा दौड़ा कर पीटने लगी। सचिवालय थानेदार चंद्रशेखर प्रसाद गुप्ता ने बताया कि स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड का लाभ नहीं मिलने की बात कह कर छात्र प्रतिबंधित क्षेत्र में प्रदर्शन कर रहे थे। हल्का बल प्रयोग कर उन्हें तितर-बितर किया गया।
फीस जमा नहीं होने पर बर्बाद हो जाएगी पढ़ाई
प्रदर्शन कर रहे छात्रों में पंकज, अभिषेक, प्रिया, सुधीरआदि का कहना था कि अलग-अलग कॉलेजों में एडमिशन लिया जा चुका है। छात्रों ने बताया कि नियम है कि आवेदन करने के एक महीने के भीतर ही लोन पास किया जाए लेकिन आवेदन किये हुए एक साल बीत गये, लोन पास नहीं किया गया। लोन पास नहीं होने के कारण फीस जमा नहीं कर पा रहे हैं। फीस जमा नहीं होने पर कॉलेज प्रबंधन की ओर से उन्हें बाहर निकालने की बात कही जा रही है। ऐसे स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड के तहत लोन स्वीकृत करने के लिए मजबूर होकर सड़क पर उतरना पड़ा लेकिन पुलिस ने लाठीचार्ज कर उन्हें खदेड़ दिया।