पटना / सवांददाता। पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि राजद प्रशासन का मनोबल गिरा कर विकास की लय तोड़ना चाहता है। लालू प्रसाद ने अपने शासनकाल में सीनियर और काबिल अफसरों तक का सार्वजनिक रूप से इतना अपमान किया था कि उस दौर में प्रशासन का मनोबल गिर गया था, योजनाएँ लागू नहीं हो पाती थीं और सम्मान बचाने के लिए अधिकारी बिहार से बाहर पदस्थापन के लिए लगे रहते थे। नौकरशाही को नकारा और भ्रष्ट बनाने की जो गलत प्रवृत्ति पनपी, उसे उनके राजकुमार आदर्श मान कर बढावा दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद ने 2015 के विधान सभा चुनाव के दौरान हाजीपुर में अपने वाहन की जांच पर नाराजगी जाहिर करते हुए अफसरों को चप्पल मार कर सीधा करने की धमकी दी थी। आज उनकी पार्टी के नेता कलक्टर को फोन कर अपने नाम का धौंस दिखा कर ताली पिटवा रहे हैं।
कांग्रेस और राजद के राजकुमार अपने बयान और बॉडी लैंग्वेज से विधायिका- कार्यपालिका जैसे लोकतंत्र के खम्भे पर लगातार चोट पहुँचा रहे हैं।