चिराग पासवान ने कहा कि ईमानदारी से कह रहा हूं कि मैं किसी को टेंशन नहीं दे रहा हूं। किसी को क्यों टेंशन हो रही है यह मेरी समझ से परे है। मैं सिर्फ अपनी बातों को रख रहा हूं। हाल फिलहाल में ही मैंने पूरे बिहार का भ्रमण किया है। उस दौरान मुझे जो-जो समस्याएं दिखी मैंने उनसब से मुख्यमंत्री को अवगत कराया। वो सीएम हैं, मैं उनके सामने अपनी बात नहीं रखूंगा तो कहां रखूंगा।
चिराग ने आगे कहा कि बीजेपी पहले ही कह चुकी है कि सीएम नीतीश कुमार गठबंधन का नेतृत्व करेंगे। मैंने हमेशा कहा है कि बीजेपी जो भी फैसला लेगी मैं उनके साथ हूं। कोई कारण नहीं है कि मैं बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व पीएम मोदी, अमित शाह या जेपी नड्डा से नाराज रहूं। मेरा पूरा विश्वास है कि आगे जो कुछ भी होगा वह बिहार के हित में होगा।
सीट शेयरिंग सवाल पर चिराग पासवान ने कहा कि मैं ये स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि एलजेपी के किसी भी नेता की जेडीयू या बीजेपी के किसी नेता के साथ सीट शेयरिंग को लेकर कोई बात नहीं हुई है। मेरी लड़ाई सीटों को लेकर है ही नहीं।
इससे पहले शनिवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, जेडीयू सांसद ललन सिंह, प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल, बिहार प्रभारी भूपेंद्र यादव, उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी दोनों दलों के कई बड़े नेता शामिल हुए हैं। करीब 55 मिनट चली इस मंथन में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर सीट शेयरिंग और चुनावी रणनीति पर बात हुई है। सूत्रों का कहना है कि इस दौरान दोनों नेताओं ने एलजेपी की नाराजगी दूर करने को लेकर भी बात की।
बताया जा रहा है कि दोनों दलों के नेताओं के बीच यह बैठक बेहद सौहार्दपूर्ण माहौल में हुए हैं। सूत्रों का कहना है कि जेडीयू और बीजेपी के अध्यक्ष ने मिलकर एलजेपी को लेकर मामला सुलझा लिया है। हालांकि इसपर औपचारिक ऐलान होना बाकी है। माना जा रहा है कि जेडीयू और बीजेपी दोनों 2019 के लोकसभा चुनाव वाले विनिंग कॉम्बिनेशन से छेड़छाड़ करने के मूड में नहीं हैं।
सूत्रों का कहना है कि नड्डा और नीतीश की मुलाकात में तय हुआ है कि चिराग को संतुष्ट करने की जिम्मेवारी बीजेपी उठाएगी। दरअसल, चिराग पासवान विधानसभा की 43 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारना चाहते हैं। गठबंधन में प्रेशर बनाए रखने के लिए चिराग मुख्यमंत्री नीतीश पर हमलावर हैं। इसके जवाब में जीतन राम मांझी खुलकर चिराग और उनके पिता रामविलास पासवान पर अटैक कर रहे हैं