Breaking News बिहार

सर्दी-खांसी को कभी हल्के में न लेः डा. प्रकाश सिन्हा


पटना/सवांददाता। निमोनिया, दमा और साँस फूलना एक गंभीर बीमारी है। इसका इलाज समय रहते हो जाना चाहिए, वरना यह काफी नुक्सानदायक हो सकता है। ये बातें राजधानी पटना के प्रसिद्ध चेस्ट फिजिशियन डॉक्टर प्रकाश सिन्हा ने कही। डॉक्टर प्रकाश सिन्हा पटना स्थित पारस हॉस्पिटल में पिछले कई वर्षों से कार्यरत हैं। कोरोना संक्रमण काल में निमोनिया को लेकर डॉक्टर प्रकाश ने विशेष हिदायत देते हुए कहा कि अभी इस तरह कि शिकायत होने पर किसी तरह कि कोताही नहीं बरतें। निमोनिया कई प्रकार के होते हैं लेकिन वायरस से सम्बंधित निमोनिया जयादा खतरनाक होता है। यह तब और ज्यादा खतरनाक हो जाता है जब सर्दी-खांसी 5 दिनों से ज्यादा पुरानी हो जाती है, कारण कि तब जकड़न के कारण ऑक्सीजन का प्रवाह पूरे शरीर में सही से नहीं हो पाता है। शरीर में ऑक्सीजन लेवल कम होने से परेशानी और ज्यादा गंभीर हो सकती है। कभी कभी ऐसे में सर्दी खांसी का प्रभाव भी नहीं दिखता है। अतः ज़रा सी शंका होने पर डॉक्टर से संपर्क अवश्य कर लें।
उन्होंने कहा कि यह और बात है कि 3 से 5 दिनों की खांसी को आसानी से ठीक किया जा सकता है। जबकि 5 से 10 दिनों की या इससे अधिक दिनों की खांसी ज्यादा नुकसानदायक होती है और इसके ठीक होने में समय भी लगता है और परेशानी भी होती है। इसलिए न तो कोताही होनी चाहिए और न ही कोई ढिलाई।