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31 दिसंबर तक यूके से आने वाली सभी फ्लाइट्स बैन

नई दिल्ली/ एजेंसी। यूके से लौटे दो यात्रियों में कोलकाता एयरपोर्ट पर जांच के दौरान कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। रविवार रात यूके से 222 यात्रियों को लेकर आई फ्लाइट के 25 यात्री अपने साथ कोरोना रिपोर्ट लेकर नहीं आए थे। एक अधिकारी ने बताया कि इन सभी को पास के क्वारंटीन सेंटर ले जाया गया, जहां जांच के दौरान इनमें से दो यात्रियों में कोविड संक्रमण की पुष्टि हुई है। इस प्रकार अब तक कुल 8 यात्रियों में कोरोना की पुष्टि हो चुकी है।
बता दें कि यूके में कोरोना वायरस के म्यूटेशन के मिलने की खबरों के बीच भारत ने बुधवार रात से 31 दिसंबर तक के लिए यूके से आने वाली सभी फ्लाइट्स पर बैन लगा दिया है। एम्स के डायरेक्टर डॉक्टर रणदीप गुलेरिया ने कहा कि हमें अभी अलर्ट रहना है। ब्रिटेन से आने वाले सभी की जांच करनी चाहिए और नया स्ट्रेन कैसा है इसके लिए जेनेटिक सिक्वेंसिंग भी जरूरी है।
बता दें कि इससे पहले सोमवार रात को लंदन से आई फ्लाइट के 5 यात्रियों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। हालांकि अभी इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है कि इनमें कोविड-19 का नया स्ट्रेन ही है या नहीं। इसके अलावा बेंगलुरु में भी यूके से लौटे एक शख्स के कोविड संक्रमित होने की खबर के बाद सरकार अलर्ट है। मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने कहा कि हम सभी गाइडलाइन्स का पालन कर रहे हैं। जो भी यूके से लौटेगा उसकी एयरपोर्ट पर ही जांच होगी।
यूके में कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन के मिलने के बाद केंद्र सरकार भी अलर्ट है। बुधवार से जहां एक ओर यूके से आने वाली सभी फ्लाइट्स को निलंबित किया गया है, वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने यूके से लौटे यात्रियों में कोविड संक्रमण के परीक्षण और उनकी निगरानी से जुड़े कुछ प्रोटोकॉल जारी किए हैं।

ब्रिटेन में तेजी से फैल रहा कोरोना वायरस का यह नया स्‍ट्रेन पूर्व के वायरस के मुकाबले 70 प्रतिशत अधिक तेजी से फैलता है। भारत सरकार को डर है कि अगर यह वायरस देश में आया तो बहुत तेजी से कोरोना वायरस के मामले बढ़ सकते हैं।
डॉ. गुलेरिया ने कहा कि अब तक यह वायरस बहुत बार म्यूटेट हो चुका है। पहली बार ब्रिटेन ने यह माना है कि उनके यहां जिन इलाके में कोविड के सबसे ज्यादा मामले आ रहे हैं वहां पर कोविड का नया स्ट्रेन भी देखा जा रहा है। हालांकि, संक्रमण ज्यादा होने की और भी वजह हो सकती है। अभी उनके पास भी बहुत ज्यादा डेटा नहीं है। कुछ दिन इंतजार करना होगा। डॉक्टर गुलेरिया ने कहा कि देश में इस नए स्ट्रेन का फैलाव रोकने के लिए जांच जरूरी है। उन्होंने कहा कि आरटीपीसीआर तकनीक से ही नए स्ट्रेन की भी जांच संभव है