Jyotish Sri
बहुत से लोग ज्योतिष को बकबास और ठगी का धंधा मानते हैं तो कुछ अपने को प्रगतिशील होने के दिखावेपन में ज्योतिष विद्या को खारीज कर अपनी पीठ थपथपाते रहते हैं.
और कुछ लोग मानव कल्याण की इस विद्या का उपयोग कर लाभान्वित होते रहते हैं.
और ऐसे में ही यह साबित होता प्रतीत होता है कि हर इंसान को सबकुछ नहीं मिलता है।जिसके प्रारब्ध में जो होता है उसे वही मिलता है.ज्योतिष का लाभ भी जिसके प्रारब्ध में नहीं है उसे इसका लाभ नहीं मिलने के कई बहाने बनते रहते हैं.