जानें काला रंग का सच
सनातन धर्म, हिन्दू परंपरा और ज्योतिष शास्त्र में रंगों का विशेष महत्व होता लाल और पीला रंग जहां शुभता का प्रतीक माना जाता है वहीं काला रंग को अशुभ या नकारात्मक रंग माना गया है। आज हम ऐसे ही एक रंग काला रंग पर इस आलेख में चर्चा कर रहे हैं।
काला रंग कितना काला होता है। कहीं यह हमारी किस्मत ही काली ना कर दे। यह डर हमेशा हर किसी को बना रहता है। इसलिए काले रंग को जानना और समझना बहुत जरुरी है।वैसे कहा जाय तो काला रंग कोई रंग ही नहीं है। किसी भी तरह का रंग न होना ही काला रंग है। यह सभी रंगों का संयोजन है। बल्कि, सभी रंगों का अवशोषण। मतलब कि काला रंग स्पेक्ट्रम में सभी तरह के प्रकाश को अवशोषित करता है।
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एक जर्मन वैज्ञानिक हरमन्न वोन हेल्महोल्ज के अनुसार “काला वास्तविक संवेदना है, भले ही वह प्रकाश की पूरी अनुपस्थिति से निर्मित हो। काले रंग की अनुभूति सभी संवेदनाओं की कमी से अलग होती है।”
काला रंग के कपडे पहनने से क्या असर होते हैं ?
काला रंग प्रतीक है, पावर का, स्ट्रेंथ का, फियर का और मिस्ट्री का। बहुत सारी चीजों का रंग काला दिखता है, तो काला रंग का इस्तेमाल हमें करना चाहिए या नहीं करना चाहिए ?
असल में काला रंग प्रतीक है “लो एनर्जी”का जब आप काला रंग के कपडे पहने होते हैं, तो आपका एनर्जी लेवल “लो”होता है। काले रंग को कभी भी अकेले नहीं पहनना चाहिए।
बहुत सारे लोगों को पसंद होता है, काला रंग। वैसे ज्यादातर लोगों को काला कपड़े पहनना पसंद होता है। क्योंकि काला रंग खूबसूरत भी होता है। लेकिन याद रखने वाली बात है कि काला रंग को कभी भी अकेले नहीं पहनना चाहिए। अगर आप पूरा काला रंग पहनते हैं, तो आपका एनर्जी लेवल बहुत “लो”रहता है। काला के साथ आपको कुछ दूसरे रंग मिक्स करना है। काले के साथ आप चाहें तो, सफ़ेद या ऑरेंज, मैच करके पहन सकते हैं।
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ब्लैक तो आप पहन ही रहे हैं, लेकिन साथ में आपने जो कलर सफ़ेद या ऑरेंज पहना है, वो भी अपना असर दिखायेगा। यानी आपका एनर्जी लेवल बैलेंस रहेगा। ब्लैक कलर जो आपका एनर्जी लेवल “लो”कर रहा है, उसे सफ़ेद या ऑरेंज बैलेंस कर देगा।
काला रंग हर बुरी चीज के साथ जुड़ा हुआ है, हर तरह की निगेटिविटी यानि ब्लैक कलर/ब्लैक मैजिक/ब्लैक मंडे/ब्लैक होल/ ब्लैक हर्टेड/ब्लैक मूड हो, चाहे तो काला धब्बा हो, या चेहरे पर काला धब्बा पड़ा हुआ हो, किसी ने आपको ब्लैक लिस्ट कर दिया हो या फिर आपको कोई ब्लैक मेल कर रहा हो यानी मतलब की हर निगेटिव चीज के साथ, काला जुड़ा हुआ है।
इसलिए कोशिश होनी चाहिए कि ब्लैक का बहुत ज्यादा इस्तेमाल ना किया जाए। घर में भी इसका इस्तेमाल ना करें या कम से कम करें। हां, कभी कभी इसे शौकिया पहन सकते हैं, लेकिन इसे आदत ना बनायें।
हालांकि इसके कुछ पॉजिटव पक्ष भी हैं। ब्लैक “पावर”को भी दर्शाता है “अथॉरिटी”को दर्शाता है। आपके “स्ट्रेंथ”को दिखाता है। इसलिए, जब आप किसी बड़ी पार्टी में जाते हैं या किसी मीटिंग में जाते हैं, तो आप काले रंग के कपड़े का इस्तेमाल कर सकते हैं। लेकिन इसे रेगुलर ना पहनें।
ब्लैक कलर निगेटिविटी को भी दूर भगा देता है, अगर आप ऐसी जगह जा रहे हैं, जहां आपको लगता है कि आपको नजर लग सकती है। तब आपको ब्लैक कलर पहनना चाहिए। ब्लैक कलर किसी भी निगेटिव एनर्जी को बाहर भेज देता है अगर आपने ब्लैक कलर पहन रखा है, तो आपको किसी की बहुत जल्दी नजर नहीं लगेगी। किसी की भी बुरी नजर आपके ऊपर असर नहीं डालेगी। क्योंकि ब्लैक कलर उसे “ऑब्जर्ब”ही नहीं कर रहा होता है, उसे वापस भेज देता है। तो ब्लैक कलर आपको ऐसी जगह इस्तेमाल करना चाहिए, जहां भीड़ भाड़ वाली जगह हो।
अगर आप किसी से मिलने हॉस्पिटल में जाते हैं, तो आप ब्लैक पहन सकते हैं। क्योंकि वहां पर भी बहुत सारी नेगेटिविटी होती है, तो ब्लैक कलर निगेटिविटी को दूर भगाते रहता है। ब्लैक कलर को समझना जरुरी है, अगर आप ने सही जगह इस्तेमाल किया तो आपको रिजल्ट मिलेगा। ब्लैक कलर का अगर ज्यादा इस्तेमाल करना शुरू कर दिया तो आपको डिप्रेशन में ले जा सकता है। आपको उदासी भी दे सकता है और आप एंजाइटी के मरीज भी हो सकते हैं। हालांकि समाज में सभी वर्ग के लोग काला पहनते हैं, लेकिन अक्सर खलनायकों और अपराधियों के लिए इसे रूढ़िवादी रंग के रूप में देखा जाता है।