Budget 2022 । पटना। मंगलवार को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में लोकलुभावन बजट पेश किया। सत्तापक्ष ने जहां इस बजट को देशहित और विकास हित में करार दिया वहीं, किसी ने इसे लोक लुभावन माना तो विपक्ष ने इसे खारीज ही कर दिया। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीता रमण द्वारा पेश बजट पर xposenow.com के लिए पत्रकार नवीन कुमार ने टेलीफोन पर अलग-अलग क्षेत्रों से और अलग-अलग लोगों से रायशुमारी की। यहां प्रस्तुत है उसके अंश-
शेखपुरा जिला के किसान भोला सिंह कहते हैं कि किसान के लिए सरकार और अधिक सोचती तो अच्छा होता। हालांकि वे वित्त मंत्री की सूझ-बूझ को सराहते हुए कहते हैं कि कृषि क्षेत्र के लिए बजट में कई प्रावधान किए गए हैं लेकिन किसानों की आर्थिक दशा दिन प्रतिदिन लचर न हो, यह देखना भी सरकार का ही दायित्व है।
पटना एम्स के चिकित्सक डॉ.सौरभ कुमार सिंह कहते हैं कि बीते वर्षों में आम व खास लोग जिस प्रकार कोविड-19 से प्रभावित रहे, उससे तो यही लगता है कि आज के समय में हेल्थ केयर के लिए बजट में खास प्रावधान करने की जरूरत है। डॉ.सौरभ कुमार कहते हैं कि वैसे देखा जाए तो कुल मिलाकर यह बजट सराहनीय है।
विजय ना.चौधरी,पूर्व उपाध्यक्ष जदयू(झंझारपुर) कृषि क्षेत्र के लिए बजट में किये गए प्रावधानों की सराहना करते हैं और पेश बजट में आम जनता पर कोई अतिरिक्त बोझ नहीं डालने के लिए, वित्तमंत्री को साधुवाद भी देते हैं। वह कहते हैं कि इससे सरकार की बेहतर नीति की जानकारी मिलती है। उन्होंने बजट को पूरी तरह से संतुलित बताया है। उन्होंने कहा कि जनता की सोचवाली है यह बजट।
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हेल्थ केयर,मोकामा शहरी के एमडी आर्यन सिंह सैंडल कहते हैं कि इसबार केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट में हेल्थ केयर क्षेत्र के लिए बहुआयामी संभावनाओं का इजहार किया है। इससे जुड़े हुए लोगों को आनेवाले सालों में लाभ मिलेगा। इन्होंने इस बजट की सराहना की है, लेकिन साथ ही उन्होंने कहा कि कोरोना काल में हुई आर्थिक क्षति पर छूट मिलनी चाहिए थी।
सेल्स सेक्टर में काम कर रहे शशि प्रकाश ने कहा कि यह केंद्रीय बजट आने वाले समय में आमजनों पर भार बढ़ाने वाला होगा। इनका यह.भी कहना है कि कॉरपोरेट घरानों के हितैषी की तरह बजट पेश कर उन्हें राहत दी गई है जिसका असर सामान्य लोगों पर बोझ केरूप में सामने आयेगा। यह बजट पूरी तरह निराशाजनक है।