पटना,मंवाददाता। दर्द भरे नगमों के बेताज बादशाह मुकेश चंद्र माथुर की पुण्यतिथि पर 27 अगस्त को संगीतमय संध्या ‘एक प्यार का नगमा है’ का आयोजन जीकेसी (ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस) की कला-संस्कृति प्रकोष्ठ बिहार के सौजन्य से आयोजित किया गया है।
उक्त जानकारी देते हुए जीकेसी बिहार की प्रदेश अध्यक्ष और कार्यक्रम की संयोजिका डा.नम्रता आनंद ने बताया कि संगीतमय संध्या ‘एक प्यार का नगमा है’ कार्यक्रम में नामचीन फनकार द्वारा उनके गाये गानों के माध्यम से मुकेश की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की जाएगी।
डॉ. नम्रता आनंद ने बताया कि मुकेश को भारतीय सिनेमा जगत में सर्वाधिक लोकप्रिय पार्श्वगायकों के तौर पर शुमार किया जाता है। उन्होंने एक से एक बढ़कर गीत गाकर लोगों का दिल जीता था। मुकेश की आवाज दिल में आज भी सीधे उतरती है, इसलिए उन्हें गोल्डन आवाज का गायक कहा जाता है।
जीकेसी के ग्लोबल अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद ने कहा मुकेश ने अपने गाये सदाबहार नगमों के जरिये श्रोताओं के दिलों पर अमिट पहचान बनायी है। उन्होंने भारतीय सिनेमा के संगीत जगत को नया आयाम दिया। गायकी के क्षेत्र में उनके योगदान को कोई भूला नहीं सकता। आज भी वह अपने आवाज के जरिए लोगों के दिल पर राज करते हैं। पार्श्वगायन की दुनिया में परचम लहराने वाले मुकेश भले ही हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी यादें आज भी सबके दिलों में जिंदा हैं।