जितेन्द्र कुमार सिन्हा, पटना .
पीएमसीएच के पूर्व अधीक्षक और बिहार के प्रख्यात चर्म एवं यौन रोग विशेषज्ञ-सह- विभागाध्यक्ष डॉ. अमर कांत झा ‘अमर’ का 22 मार्च (सोमवार) को सुबह हार्ट अटैक से निधन हो गया। उनका पार्थिव शरीर दोपहर 2:30 बजे इंडियन मेडिकल एशोसिएशन (IMA) लाया गया, जहाँ लोगों ने उनके पार्थिव शरीर पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी।
बिहार के चर्म रोग विशेषज्ञों में डॉ झा की अलग पहचान थी। पटना के प्रमुख चर्म रोग विशेषज्ञ डॉ अभिषेक झा उनके पुत्र हैं। डाॅ. अमरकांत झा ‘अमर’ लंबे समय से चिकित्सा सेवा में रहे। उन्होंने गाँव मे जाकर चिकित्सा करने के लिए “चर्म रोग विशेषज्ञ चले गांव की ओर” अभियान चलाया था। उनको 40 वर्षों की सेवाकाल में समाज के सभी तबकाें में खासकर कमजोर वर्गों के लिए नि:स्वार्थ सेवा करने और उनके सुलभ इलाज के लिए हमेशा सुलभ रहे के कारण ख्याति प्राप्त हुई। इस दाैरान उन्हें देश और विदेश में अवार्ड से सम्मानित किया गया था। उन्होंने सेवानिवृत्त के बाद 100 से अधिक पोस्ट ग्रेजुएट चर्म रोग विशेषज्ञों को पढ़ाने और मेडिकल काॅलेजाें में जाकर परीक्षा लेने का काम भी किया था।
डॉ झा को, गांवों में जाकर ढाई लाख से अधिक मरीजों का इलाज करने के लिए अमेरिका के बाद आइएडीवीएल चर्म रोग विशेषज्ञों की दूसरी सबसे बड़ी संस्था ने उनके इस योगदान को देखते हुए दूसरी बार उत्तर-पूर्वी भारत से लाइफ टाइम अवार्ड के लिए चुना था। उन्हें अमेरिकन एसोशिएसन ऑफ डर्मेटोलॉजिस्ट ने लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड, चेतना समिति ने मिथिला गौरव सम्मान पुरस्कार तथा IMA मुख्यालय ने अवार्ड से सम्मानित किया था।
डॉ झा ने चर्म रोग पर 8 से ज्यादा पुस्तकें लिखीं और उनके 123 शोधपत्र देश-विदेश के विभिन्न जर्नल में प्रकाशित हुए थे। उन्होंने लगभग 30 अंतरराष्ट्रीय और 40 राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस में उन्होंने अपना शोध पत्र प्रस्तुत किए थे।मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित अन्य लोगों ने डाॅ. अमरकांत झा अमर के निधन पर गहरी शोक-संवेदना व्यक्त किया है।