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मंगल किसका करेंगे अमंगल


कर रहे हैं राशि परिवर्तन, जा रहे हैं वृषभ में

मंगल ग्रह 21 फरवरी को अपने स्वराशि मेष से निकलकर वृषभ राशि में प्रवेश करेंगें, जहां वे 51 दिन यानि 13 अप्रैल तक रहेंगें। वृषभ राशि में पहले से ही राहु विराजमान हैं, जिसके कारण मंगल और राहु मिलकर अंगारक योग का निर्माण करेंगे। अंगारक योग शुभ नहीं होता है, इस योग के कारण पृथवी पर आगजनी/दुर्घटना/हिंसा/प्राकृतिक आपदाओं की वृद्धि होने की आशंका है। वहीं वृषभ राशि के स्वामी शुक्र भी इस समय अस्त रहेंगे। जिसके कारण इंटरटेनमेंट इंडस्ट्री/होटल इंडस्ट्री/मेडिकल इंडस्ट्री में भी अशुभ प्रभाव देखने को मिल सकते हैं। वृषभ राशि का मंगल अलग अलग लग्न में जन्म लेनेवाले जातक को विशेष प्रभावित करने वाले हैं। किसी के लिए यह अच्छा तो किसी के लिए कष्टदायक भी हो सकता है। ज्योतिष शाश्त्र में मंगल को ऊर्जा का कारक ग्रह माना गया है। मंगल का प्रभाव व्यक्ति को एनर्जेटिक बनाता है। मंगल का राशि परिवर्तन समस्त 12 लग्न राशि वाले जातकों को प्रभावित करेगा। आइये जानते हैं आपके लग्न के अनुसार मंगल आपके लिए करेंगे मंगल या फिर अमंगल। अगर आपको अपना लग्न पता नहीं है, तो आप अपनी राशि से देख सकते हैं।
मेष लग्न

मेष लग्न में मंगल आपके लग्न और अष्टम भाव के स्वामी हैं, जो इस समय लग्न से दूसरे भाव में ट्रांजिट कर रहे हैं। यह समय आपके लिए भाग्यशाली रहनेवाला है।मंगल इस दौरान आपकी शिक्षा,परिवार,वाणी और धन को प्रभावित करेंगे। आपका आर्थिक पक्ष तो मजबूत होगा ही साथ ही आपको पैतृक संपत्ति प्राप्त होने का भी योग बन रहा है। मुमकिन है कि इस समय आप कोई नया व्यापार प्रारंभ कर लें। लेकिन इस समय आपको अपनी वाणी पर नियंत्रण रखने की जरुरत है, नहीं तो आप भारी परेशानी में पड़ सकते हैं। घर-परिवार में विवाद ना हो इसलिए आपको स्वयं पर नियंत्रण रखना चाहिए।

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वृषभ लग्न


मंगल आपकी कुंडली में सप्तम और द्वादश का स्वामी है। और इस समय आपकी कुंडली में लग्न में ही ट्रांजिट कर रहे हैं। मंगल आपके लिए अकारक ग्रह हैं। आपके लग्न में राहु पहले से ही ट्रांजिट कर रहे हैं और मंगल के साथ आने से आपके लग्न में ही अंगारक योग का निर्माण हो रहा है। ऐसे में अपने हेल्थ के प्रति सचेत रहने की जरुरत है। इस समय आपके लग्न के स्वामी शुक्र भी अस्त हैं, हालाँकि आप अपने आप को काफी एनर्जेटिक महसूस करेंगे, लेकिन आपके क्रोध में वृद्धि होगी। छोटी-छोटी बातों पर आपको गुस्सा आएगा। पारिवारिक माहौल भी ठीक नहीं रहेगा। इस समय आपको अपने वैवाहिक जीवन में किसी कठिनाई का सामना करना पड़ सकता है।
मिथुन लग्न


मिथुन लग्न में मंगल शत्रु भाव और आय भाव का स्वामी होता है और इस समय मंगल आपकी कुंडली में द्वादश भाव से ट्रांजिट कर रहे हैं। मंगल यहां भी अकारक हैं। मंगल के इस गोचर के दौरान आपके खर्चों में भारी वृद्धि होने की आशंका अगर समझदारी से काम नहीं लिया, तो आपको आर्थिक संकट से भी गुजरना पड़ सकता है। अगर कोई अदालती मामला चल रहा है तो उसमें जीत आपकी ही होगी। भाई-बहनों के साथ कोई मतभेद चल रहा था तो इस अवधि में आपकी सुलह होने की संभावना है। इस समय परिवार के कोई सदस्य हेल्थ से परेशान हो सकते हैं।
कर्क लग्न


आपकी जन्मपत्री में संतान और कर्म क्षेत्र का स्वामी मंगल आपके इनकम हाउस से ट्रांजिट कर रहे हैं। यह समय आपके लिए भाग्यशाली रहनेवाला है। इस दौरान आपकी आमदनी में जबरदस्त इजाफा होगा और अगर कहीं पैसा अटका हुआ है, तो वह भी मिलने की पूरी संभावना है। मंगल की सप्तम दृस्टि आपके संतान भाव पर है। परिणामस्वरूप आपकी संतान के ऊपर मंगल के गोचर का असर पड़ सकता है, आपको उसकी सेहत या शिक्षा से जुड़ी कुछ परेशानियां उठानी पड़ सकती है। इस अवधि में आप नए लोगों से मिलेंगे और आपका सामाजिक दायरा भी बढ़ेगा।
सिंह लग्न

आपकी जन्मपत्री में मंगल चौथे और नवम भाव का स्वामी है और इस समय आपके दशम भाव के ऊपर से ट्रांजिट कर रहा हैं। इस समय आपका भाग्य पूरी तरह एक्टिवेट रहेगा और आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी होंगी। आप अपने आप को काफी एनर्जेटिक महसूस करेंगें कार्यक्षेत्र में भी आपका प्रदर्शन अच्छा रहेगा, ऑफिस में आपके द्वारा किए जा रहे प्रयासों को काफी सराहा जाएगा और आपके सीनियर्स भी आपकी काफी प्रशंसा करेंगे। हालांकि आपके दशम भाव में अंगारक योग भी बन रहा है। इसलिए पारिवारिक माहौल बिगड़ सकता है। आपको अपने रिश्तेदारों से कष्ट मिल सकता है, जिसके कारण आप मानसिक तनाव का सामना कर सकते हैं।
कन्या लग्न

मंगल आपकी जन्मपत्री में तीसरे और आठवें घर का स्वामी है और आपके नवम भाव में ट्रांजिट कर रहे हैं। यह समय आपके लिए भाग्यशाली रहनेवाला है। आपका भाग्य पूरी तरह से एक्टिवेट रहेगा। आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी होंगी। हो सकता है, इस दौरान आप किसी लंबी दूरी की यात्रा करें, जिसका संबंध धर्म-कर्म या अध्यात्म से हो। यह गोचर आपके आर्थिक पक्ष को भी मजबूत करने वाला साबित होगा। हालांकि रिश्तेदारों से कष्ट मिल सकता है, जिसके कारण आप मानसिक तनाव का सामना कर सकते हैं।

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तुला लग्न


तुला लग्न में मंगल आपके धन भाव और जीवन साथी के भाव का स्वामी है, जो इस समय आपके अष्टम भाव से ट्रांजिट कर रहा है। इस समय आपके लग्न के स्वामी शुक्र भी अस्त रहेंगे। आपकी कुंडली में अष्टम भाव में अंगारक योग और मांगलिक दोष का भी निर्माण हो रहा है। यह गोचर आपके लिए थोड़ी परेशानी ला सकता है, इसलिए अपनी सेहत का खास ध्यान रखें। इस दौरान आपको कोई रक्तजनित रोग हो सकता है, इसलिए अपना हेल्थ चेकअप अवश्य करवाएं और अपने हेल्थ का विशेष ध्यान रखें। नहीं तो आप कई प्रकार के रोगों से ग्रसित हो सकते हैं। आपको दुर्घटना में चोट भी लग सकती है। इसलिए वाहन चलाते समय सावधानी बरतें।
वृश्चिक लग्न

आपकी जन्म पत्री में मंगल आपके लग्न और शत्रु भाव का स्वामी है और इस समय आपके सप्तम भाव से ट्रांजिट कर रहा है। आपकी कुंडली में सप्तम भाव में अंगारक योग और मांगलिक दोष का भी निर्माण हो रहा है। यह गोचर आपके लिए थोड़ी परेशानी ला सकता है। वैवाहिक जीवन को लेकर सतर्क रहने की जरुरत है। जीवन-साथी के साथ मतभेद बढ़ सकते हैं। इसलिए आप थोड़ा बर्दास्त कीजिये और मतभेद का कोई मौका आने ही न दें। नहीं तो हालात बिगड़ सकते हैं। प्रेम जीवन में भी परिस्थितियां कुछ ज्यादा अनुकूल नहीं रहेंगी। इसलिए इस समय अपने प्रेमी को थोड़ा दूर ही रखें। जीवन साथी के हेल्थ का भी ध्यान रखें।
धनु लग्न

आपकी कुंडली में मंगल पांचवें भाव और बारहवें भाव का स्वामी है, जो इस समय आपके छठे भाव से ट्रांजिट कर रहा है। कुंडली में यह भाव शत्रु, रोग, पीड़ा, और कानूनी मसलों का होता है। इस अवधि में आप पूर्ण रूप से अपने शत्रुओं पर हावी रहेंगे और शत्रु आपका कुछ भी बिगाड़ नहीं पाएंगे। अगर किसी कोर्ट कचहरी में किसी मामले को लेकर आप क़ानूनी लड़ाई लड़ रहे हैं, तो उसका निर्णय भी आपके पक्ष में ही होगा। लेकिन आपको अपनी सेहत को लेकर सतर्क रहने की जरूरत है। अपने खान पान के मामले में लापरवाही ना बरतें, नहीं तो लिवर की समस्या हो सकती है।

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मकर लग्न

आपकी कुंडली में मंगल चौथे और ग्यारहवें भाव का स्वामी है और पांचवें भाव में ट्रांजिट कर रहे हैं। यह समय आपके लिए भाग्यशाली रहनेवाला है। आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी होंगी। आप अपने आप को काफी एनर्जेटिक महसूस करेंगें और अपने कार्यक्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन करेंगे। ऑफिस में बॉस या कोई महत्वपूर्ण सीनियर आपके काम से काफी प्रभावित रहेंगे। हालांकि इस समय आपको अपनी संतान के स्वभाव में परिवर्तन देखने को मिल सकता है। मुमकिन है उनका गुस्सा या जिद बहुत ज्यादा बढ़ जाए। यह गोचर आपके प्रेम जीवन में भी कड़वाहट घोल सकता है, इसलिए अपने लव पार्टनर पर ज्यादा ध्यान दें।
कुम्भ लग्न

आपकी कुंडली में मंगल पराक्रम भाव और कर्म भाव का स्वामी है, जो इस समय चतुर्थ भाव से ट्रांजिट कर रहा है। आपके चतुर्थ भाव में अंगारक योग और मांगलिक दोष का निर्माण हो रहा है। यह गोचर आपके लिए थोड़ी परेशानी ला सकता है। आपसी कलह के कारण परिवार का माहौल बिगड़ सकता है। जीवन साथी को लेकर भी आप मानसिक तनाव का सामना कर सकते हैं। मतभेद बढ़ने की पूरी सम्भावना है। इस समय आपको अपनी माताजी की सेहत पर भी खास ध्यान देना होगा।
मीन लग्न

मीन लग्न में मंगल आपके धन भाव और भाग्य भाव का स्वामी है, जो इस समय आपके पराक्रम भाव में ट्रांजिट कर रहा है। इस लग्न में मंगल योगकारक ग्रह है। यह समय आपके लिए भाग्यशाली है। तीसरे भाव में मंगल के गोचर से आपको लाभ होगा। हालांकि मांगलिक कार्यों में अवरोध के कारण आप मानसिक तनाव का सामना कर सकते हैं। विदेश से शुभ समाचार मिल सकता है। पराक्रम में बढ़ोतरी होगी और आपका आत्म विश्वास भी अत्याधिक बढ़ेगा। इस दौरान आप किसी यात्रा पर जा सकते हैं, जो आपके लिए काफी सुखद रह सकती है।

मृत्युंजय शर्मा (लेखक से मो. 8882950437 पर संपर्क कर सकते हैं।