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कायस्थ समाज अपने स्वर्णिम अध्याय को दुहराने के लिये प्रतिबद्ध : राजीव रंजन प्रसाद

ग्लोबल कायस्थ कांफ्रेंस राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक संपन्न

विश्व भर में फैले कायस्थों की एकजुटता के लिए संगठित ग्लोबल कायस्थ कांफ्रेंस (जेकेसी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष कायस्थ रत्न श्री राजीव रंजन प्रसाद ने कायस्थ समाज के लोगों को संगठित होने के लिये आह्वान करते हुये कहा कि यदि हम संगठित होकर काम करें तो कायस्थ समाज अपने स्वर्णिम अध्याय और गौरवशाली अतीत को फिर से पाने में सफल हो जायेगा।

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जीकेसी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की महत्वपूर्ण बैठक राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली स्थित इंडिया इंटरनेशनल सेंटर, 40 मैक्समुलर रोड में जनता दल यूनाईटेड प्रवक्ता और कायस्थ रत्न जेकेसी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री राजीव रंजन प्रसाद की अध्यक्षता में हुयी। भगवान चित्रगुप्त भगवन जी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद दीप प्रज्वलन किया गया। राष्ट्रीय गीत और गणेश वंदना से कार्यक्रम की शुरूआत की गयी। इसके बाद श्री अभय सिन्हा और माया कुलश्रेष्ठ ने आरती की। बैठक में देश और विदेश भर के सभी पदाधिकारी और सदस्यों ने शिरकत की। स्वागत भाषण दिल्ली के प्रदेश अध्यक्ष विजय चन्द्रदास ने किया, वहीं कार्यक्रम का संचालन डॉ. राजीव रंजन प्रसाद और मनोज श्रीवास्तव ने संयुक्त रूप से किया। उद्घाटन संबोधन मुख्य अतिथि चक्रपाणि जी महाराज ने किया।

जेकेसी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री राजीव रंजन ने अपने संबोधन में कहा कि कायस्थ समाज का ऐतिहासिक एवं गौरवशाली अतीत रहा है। स्वामी विवेकानंद, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, डॉ राजेन्द्र प्रसाद, लाल बहादुर शास्त्री, जय प्रकाश नारायण और बाला साहब ठाकरे जैसी कई विभूतियों ने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कायस्थ समाज का नाम ऊंचा किया है। आज के समय में उसे बरकरार रखने और आगे बढ़ाने की आवश्यकता है। आज हम इतिहास के एक ऐसे दोराहे पर खड़े हैं जिसकी एक राह से हम गुमनामी के अँधेरे सुरंग में गुम होते चले जायेंगे, वहीं दूसरी राह पर यदि आपका साथ मुझे मिला तो हम एक बार फिर न केवल अपने स्वर्णिम इतिहास दुहरायेंगे बल्कि अनेक नयी कामयाबियों के अध्याय, भावी हिन्दुस्तान में रचने में भी सफल होंगे। एकजुटता इसलिए भी जरुरी है कि भावी पीढ़ियों के उज्जवल भविष्य की बुनियाद रखने का गुरुतर दायित्व भी हमारे और आपके कन्धों पर ही है, इसीलिए सभी एक साथ आयें क्योंकि अभी नहीं तो कभी नहीं वाली बात होगी।

बैठक में राजनीति में कायस्थ की उपेक्षा, ग्लोबल कायस्थ कांफ्रेंस की ओर से स्टार्टअप प्लान और कला-संस्कृति को बढ़ावा दिये जाने के बारे में विस्तृत चर्चा की गयी। सभा को जीकेसी प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष और राज्य इकाई के अध्यक्ष ने भी संबोधित कर कायस्थ समाज के सर्वांगीण विकास के बारे में चर्चा की। कार्यक्रम के दौरान जेकेसी की ओर से आयोजित होने वाली गतिविधियों का वार्षिक कैलेंडर लांच किया गया। इसके अलावा स्लम एरिया के सामाजिक और आर्थिक विकास के लिए रोड मैप की रूपरेखा भी तैयार की गयी। बैठक में जीकेसी की राज्य इकाइयों, ओवरसीज विंग एवं प्रकोष्ठों के प्रभारियों के नामों की घोषणा की गयी। जकेसी राज्य इकाइयों के अध्यक्ष के लिए नाम का प्रस्ताव हितेश मोहन (कार्यकारी अध्यक्ष राजस्थान) और मुकेश सहाय (राष्ट्रीय उपाध्याय) ने किया जिसका सभी लोगों ने सर्वसम्मति से स्वागत किया।नीतीश कुमार ने दिया तनावरहित विकास मॉडल : आरसीपी सिंह

जेकेसी के राष्ट्रीय प्रवक्ता मीडिया प्रभारी श्री कमल किशोर, दिल्ली मीडिया के प्रदेश अध्यक्ष श्री प्रजेश शंकर, श्री अतुल आनंद सन्नू ने बताया कि जीकेसी की प्रबंध न्यासी श्रीमती रागिनी रंजन को महिला प्रकोष्ठ एवं बिहार की प्रभारी, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री मुकुल श्रीवास्तव को मध्य प्रदेश, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिशिर सिन्हा को महाराष्ट्र और गोवा, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री दीपक अभिषेक को झारखण्ड, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री आलोक श्रीवास्तव को राजस्थान, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष संजय कुमार सिन्हा को मुख्य समन्वयक छत्तीस गढ़ एवं पश्चिम बंगाल, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अशोक सिन्हा को लीगल सेल का प्रभार दिया गया है। बैठक को अशोक श्रीवास्तव, मर्यादा कुलश्रेष्ठ, नेहा निरुपम, उपासना सहाय, अखिलेश श्रीवास्तव, अलीशा शिवम, अभय सिन्हा, प्रेम कुमार, अशोक शरण, कुमार शिशिर सिन्हा, उदय सहाय, सुनील श्रीवास्तव, निशिका रंजन, बालमुकुंद सहाय, राजीव कुमार सिन्हा, सुनील श्रीवास्तव, डॉ नम्रता आनंद, राजेश सिन्हा, बलिराम जी, रश्मि लता, नवीन श्रीवास्तव, सुशील श्रीवास्तव, आशुतोष बृजेश समेत कई लोगों ने संबोधित किया. धन्यवाद ज्ञापन हरियाणा जेकेसी के अध्यक्ष श्री अमिताभ कश्यप ने दिया। राष्ट्रीय गीत के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।