मकर संक्रांति की समाप्ति के बाद भी तुरंत नहीं होंगे विवाह
पवन कुमार शास्त्री.
मकर संक्रांति तो समाप्त हो गई। इसके साथ ही खरमास भी समाप्त हो गया। मकर संक्रांति को सूर्य के मकर राशि में प्रवेश के साथ ही खरमास खत्म माना जाता है। और आमतौर पर इसके बाद शुभ कार्य शुरु हो जाते हैं। लेकिन इस बार खरमास समाप्त होने पर भी तुरंत विवाह और दूसरे शुभ कार्य का आयोजन नहीं किया जा सकेगा।
इसकी वजह यह है कि मकर संक्रांति के 03 दिन बाद ही गुरु अस्त हो जा रहे हैं। मान्यता के अनुसार गुरू के अस्त होने पर शुभ कार्य और विवाह आदि प्रतिबंधित होते हैं। इसलिए इसबार शुभ कार्यों पर 14 फरवरी तक विराम लगा रहेगा।