यवतमाल। महाराष्ट्र में 12 बच्चों को पोलियो खुराक के बजाय सैनिटाइजर पिलाया गया। घटना का संज्ञान लेते हुए, सोमवार देर रात जिला स्वास्थ्य अधिकारियों ने प्राथमिक जांच के बाद तीन नर्सों को निलंबित कर दिया। यह घटना रविवार को हुई। 1 से 5 साल उम्र के 2,000 से ज्यादा बच्चे अपने माता-पिता के साथ सुबह शुरू किए गए राष्ट्रीय टीकाकरण अभियान के तहत पोलियो टीकाकरण कार्यक्रम के लिए एकत्र हुए थे।
अधिकारियों के अनुसार, कुछ बच्चों को पोलियो ड्रॉप्स के बजाय सैनिटाइजर पिलाया गया, जिसके बाद कई बच्चों के बदन में ऐंठन होने और उल्टी होने लगी। इससे माता-पिता और वहां के स्वास्थ्य अधिकारियों में खलबली मच गई।
सभी बच्चों को इलाज के लिए वसंतराव नाइक गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल ले जाया गया।
वसंतराव नाइक गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के डीन डॉ. मिलिंद कांबले ने बताया, “सभी बच्चों की हालत अब स्थिर है और उनमें सुधार हो रहा है। उन्हें लगातार निगरानी में रखा जा रहा है। उनकी स्थिति के आधार पर हम उन्हें मंगलवार शाम को छुट्टी देने पर विचार करेंगे।”
यवतमाल कलेक्टर एम देवेंद्र सिंह ने रविवार रात अस्पताल का दौरा किया और बच्चों की स्थिति के बारे में जानकारी ली। बाद में उन्होंने जिला परिषद के सीईओ श्रीकृष्ण पांचाल को महाराष्ट्र के कापसी-कोपारी गांव का दौरा करने और घटना की जांच करने का आदेश दिया।