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बहुमुखी प्रतिभा की धनी थी महादेवी वर्मा: राजीव रंजन प्रसाद

ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंसः संपन्न हुआ महादेवी वर्मा सम्मान समारोह

पटना। ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस द्वारा राजधानी के भारतीय नृत्य कला मंदिर में महादेवी वर्मा सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस मौके पर 16 विभूतियों को सम्मानित भी किया गया। कार्यक्रम की शुरूआत भगवान श्री चित्रगुप्त की आरती और राष्ट्रीय गीत से हुई। इसके बाद दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरूआत की गयी। शुरुआत में कथक नृत्यांगना
पंखूड़ी श्रीवास्तव ने गणेश वंदना प्रस्तुत की इसके बाद एक तराना भी उन्होंने प्रस्तुत किया ।
इस अवसर पर जीकेसी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद ने अपने संबोधन में कहा कि साहित्य जगत में महादेवी वर्मा का नाम ध्रुवतारे की तरह प्रकाशमान है। महादेवी वर्मा हिन्दी की सर्वाधिक प्रतिभावान कवियित्रियों में से हैं। वह हिन्दी साहित्य में छायावादी युग के चार प्रमुख स्तंभों में से एक मानी जाती हैं। महादेवी वर्मा साहित्य और संगीत में निपुण होने के साथ साथ कुशल चित्रकार और सृजनात्मक अनुवादक भी थीं।
जीकेसी की प्रबंध न्यासी रागिनी रंजन ने कहा कि साहित्य में महादेवी वर्मा का आविर्भाव उस समय हुआ जब खड़ीबोली का आकार परिष्कृत हो रहा था। उन्होंने हिन्दी कविता को बृजभाषा की कोमलता दी, छंदों के नये दौर को गीतों का भंडार दिया। उन्हें आधुनिक मीरा भी कहा गया है।
जीकेसी की प्रदेश अध्यक्ष डा. नम्रता आनंद ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि महादेवी वर्मा एक महान कवयित्री होने के साथ-साथ हिंदी साहित्य जगत में एक बेहतरीन गद्य लेखिका के रूप में भी जानी जाती हैं।
आलोक राज ने कहा कि महादेवी वर्मा एक मशूहर कवियित्री तो थी हीं, इसके साथ ही वह एक महान समाज सुधारक भी थीं। कवि निराला ने उन्हें “हिन्दी के विशाल मन्दिर की सरस्वती” भी कहा है।

श्री विश्वरंजन ने कहा कि महादेवी वर्मा ने महिलाओं के सशक्तिकरण पर विशेष जोर दिया और महिला शिक्षा को काफी बढ़ावा दिया था।
कार्यक्रम के दौरान जूरी पैनल में शामिल सुशील भारती, डा.राजीव रंजन प्रसाद, शिवपूजन झा और मंजरी श्रीवास्तव, विशिष्ठ अतिथि अशोक प्रसाद, जीकेसी उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव, एजुकेशन सेल के अध्यक्ष दीपक कुमार वर्मा, युवा संभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष लाला सौरभ वर्मा समेत कई पदाधिकारी भी मौजूद थे। कार्यक्रम के दौरान श्री समीर परिमल, श्री कुमार रजत, हिना रिजवी हैदर, नीतु सिन्हा ‘तरंग ने कविता पाठ कर लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। वहीं श्री आलोक राज और प्रिया मल्ल्कि ने पार्श्वगायन जबकि पंखुरी श्रीवास्तव और मर्यादा कुलश्रेष्ठ ने शास्त्रीय नृत्य की प्रस्तुति देकर समां को बांध दिया।
इस दौरान बीफॉर नेशन और दीदीजी फाउंडेशन के बच्चों ने डांस पर आधारित प्रस्तुति देकर लोगों का मन मोह लिया। कला संस्कृति प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री देव कुमार लाल ने देव कुमार लाल एंड फ्रेडस के साथ संगत कर कार्यक्रम में चार चांद लगा दिया। कार्यक्रम के अंत में जीकेसी कला संस्कृति प्रकोष्ठ और मीडिया सेल के अधिकारियों को प्रतीक चिह्न देकर सम्मानित किया गया। अंत में धन्यवाद ज्ञापन जीकेसी की राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष श्रीमती रिद्धिमा श्रीवास्तव ने किया।
कार्यक्रम का सफल संचालन आरजे श्वेता सुरभि और जीकेसी महिला संभाग की कार्यकारिणी अध्यक्ष संपन्नता वरूण ने किया। समारोह में विशेष रूप से राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दीपक कुमार अभिषेक, राष्ट्रीय सचिव संजय कुमार, मीडिया सेल के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रेम कुमार युवा संभाग के प्रभारी राजेश सिन्हा संजू, आदि ने भी शिरकत की।