Breaking News

घोड़े का मना जन्मदिन, मालिक ने 50 पाउंड का काटा केक, दी पार्टी

सहरसा। आमतौर पर आपने बच्चों, बुजुर्गों या व्यक्तियों का जन्मदिन मनाते देखा, सुना या खुद उस आयोजन में भी भाग लिया होगा, लेकिन बिहार के सहरसा में घोड़े का जन्मदिन मनाया गया। इस मौके पर ना केवल केक काटा गया बल्कि एक बड़ी सी पार्टी दी गई, जिसमें बड़ी संख्या में लोगों ने तरह-तरह के व्यंजनों का आनंद लिया।
सहरसा के पंचवटी चौक निवासी रजनीश कुमार उर्फ गोलू यादव ने सोमवार की शाम अपने घोड़े चेतक का दूसरा जन्मदिन धूमधाम से मनाया। गोलू अपने बच्चों की तरह चेतक से प्यार करते हैं। सोमवार की सुबह चेतक को स्नान करा कर उसे जन्मदिन के लिए तैयार किया गया और शाम को उसके जन्मदिन के मौके पर एक समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें 50 पाउंड का केक काटा गया।
घोड़े के मालिक गोलू यादव ने बताया कि चेतक हमारे घर का सदस्य है न कि कोई जानवर। हम परिवार के लोग हर साल मिलकर उसका जन्मदिन धूमधाम से मनाते हैं। वे कहते हैं कि एक साल पहले चेतक का पहल जन्मदिन भी धूमघाम से मनाया गया था।
प्हले चेतक के सामने केक रखा गया है। केक पर घोड़े की तस्वीर तो थी ही उसका नाम भी था। इसके बाद घोड़े के मालिक गोलू द्वारा काटा गया। केक काटने के बाद आतिशबाजी की भी व्यवस्था की गई थी। इस दौरान लोगों ने जमकर पटाखे जलाए। इस समारोह में बड़ी संख्या में आसपास के लोग इकट्ठे हुए।

सहरसा में केक काटता घोड़ा।


गोलू कहते हैं कि मैंने आज तक अपना जन्मदिन मनाया नहीं है, लेकिन चेतक का जन्मदिन प्रत्येक वर्ष मनाता हूं। उन्होंने कहा कि वे इस चेतक को छह महीने के छोटे उम्र में अपने घर ले आए थे और उसके बाद इसे दूध पिला कर पाला है।
उन्होंने स्वीकार किया, “मैं चेतक को अपने बच्चे की तरह पाला हूं। अपने बच्चों से ज्यादा प्यार दिया है।”
गोलू कहते हैं कि इस पार्टी में शाकाहारी और मांसाहारी दोनों तरह की व्यवस्था की गई। जानवरों के प्रति हो रही हिंसा पर दुख प्रकट करते हुए गोलू कहते हैं कि आज आम लोगों से वफादार जानवर हैं।
लोगों को जानवरों के प्रति प्रेम को लेकर जागरूक करते गोलू यादव ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि जानवर को कभी भी जानवर नहीं समझें बल्कि उसे अपने परिवार का सदस्य समझें। उन्होंने लोगों से पशु से प्रेम करने का संदेश दिया।
इधर, गोलू के पशु प्रेम की इस इलाके में सर्वत्र चर्चा हो रही है। लोग कहते हैं कि गोलू आज सहरसा के लिए ही नहीं बिहार के लिए एक आदर्श हैं।