बिहार विधानमंडल परिसर में मुख्यमंत्री ने की पत्रकारों से बातचीत
पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार विधानमंडल परिसर में बुधवार को पत्रकारों से बातचीत में राहुल गाॅधी के इमरजेंसी पर दिये गये बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये कहा कि यह पहले से ही सबको मालूम है कि देश में इमरजेंसी लगाना गलत था। इमरजेंसी के शिकार हम सब लोग हुए थे। हमलोग उस समय युवा अवस्था में थे। उस समय लोकनायक जयप्रकाश नारायण जी के नेतृत्व में पूरे देश में आंदोलन चला था। इमरजेंसी के दौरान बड़ी संख्या में लोगों की गिरफ्तारी हुयी थी। इस दौरान इमरजेंसी के नाम पर लोगों के मौलिक अधिकारों को छीन लिया गया था।
चिकित्सा अनुसंधान के मामले में अग्रणी देशों में शामिल है भारत इमरजेंसी के बाद हुए चुनाव में देश की जनता ने कांग्रेस को पराजित कर अपना संदेश दे दिया था कि देश कांग्रेस के विरोध में है। लोकनायक जयप्रकाश नारायण जी के विचारों से प्रभावित होकर देश की सभी विपक्षी पार्टियों ने एक साथ आकर जनता पार्टी का गठन किया था। इसके बाद केंद्र में जनता पार्टी की सरकार बनी थी।राहुल गांधी ने आज जो कुछ भी कहा है, यह उनका निजी विचार है।
फिल्म स्टार्स पर आज हुए इनकम टैक्स की रेड को लेकर पूछे गये पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह इनकम टैक्स विभाग का मामला है। इनकम टैक्स विभाग को नियम और कानून के तहत अधिकार दिये गये है। इसके बारे में प्रतिक्रिया व्यक्त करना उचित नहीं है। बिहार की जेलों में आज एक साथ हुई छापेमारी को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि जेल के अंदर की सभी चीजों पर नजर रखनी जरुरी है। समीक्षा बैठक के दौरान हम इन चीजों की जानकारी लेते रहते हैं कि कहां क्या स्थिति है। जेल का संचालन कैसे हो रहा है, जेल के अंदर क्या गतिविधि चल रही है, इसको कभी-कभी देखना जरुरी होता है। इसी को लेकर जेलों में छापेमारी की जाती है। यह बहुत ही आवश्यक है। छापेमारी के दौरान अधिकारियों के समक्ष जो तथ्य सामने आये हैं, उस पर उपयुक्त कार्रवाई की जायेगी।