पटना | बिहार के प्रमुख अर्थशास्त्री, आर्थिक-सामाजिक मामलों के जानकार डाॅ. शैबाल गुप्ता का शुक्रवार को राजकीय सम्मान के साथ पटना के गुलबी घाट पर अंतिम संस्कार किया गया। उनकी बेटी डॉ. अस्मिता गुप्ता ने उन्हें मुखाग्नि दी।
इसके पहले उनका अंतिम दर्शन के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, राजद के प्रदेश अध्यक्ष नेता जगदानंद सिंह, श्याम रजक, उदय नारायण चौधरी, पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय, प्रेम कुमार मणि, सत्यजीत सिंह समेत बड़ी संख्या में लोग उनके घर पहुंचे। उसके बाद उनके पार्थिव शरीर को गुलबी घाट ले जाया गया। जहां राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया।इस दौरान बड़ी संख्या में आद्री और कई अन्य संस्थानों के लोग भी उपस्थित थे। डाॅ. गुप्ता लंबे समय से बीमार चल रहे थे और पटना के एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था। गुरुवार को उन्होंने अंतिम सांस ली।
इससे पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार के विकास के लिए डॉ. शैबाल गुप्ता का आइडिया बहुत अच्छा था। स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के बावजूद वे अपने काम में कोई कमी नहीं आने देते थे। यह उनकी खास बात थी। वे हर तरह की चीजों के बारे में जानकारी रखते थे। बिहार में उन्हें विशेष जिम्मेवारी दी गई थी। वे बिहार का इकोनॉमिक सर्वे तैयार करने में अहम भूमिका निभाते थे। नीतीश कुमार ने कहा- डॉ. गुप्ता से हमारा संबंध बहुत पहले से था। कुछ दिनों से उनकी तबीयत खराब चल रही थी। मुझे लगा कि वे ठीक हो जाएंगे। अस्पताल के चिकित्सकों से मेरी बात हुई, डॉ. गुप्ता की बेटी से भी बात की। लेकिन गुरुवार की देर शाम उनकी मृत्यु हो गई। हमें काफी दुख हुआ। उनकी कमी हमेशा खलेगी।