खुसरूपुर। महज डेढ़ लाख रुपय को लिए विक्रम सिंह ने खुद ही अपने अपहरण की साजिश रचने का मामला प्रकाश में आया है। इस कथित अपहरण की साजिश को लेकर स्थानीय पुलिस से लेकर पुलिस के आला अधिकारी तक खासे पसोपेश में थे। पुलिस ने कॉल डिटेल्स के जरिये इस पूरे मामले का खुलासा किया। पुलिस के समक्ष विक्रम सिंह ने अपने खुद की रची कथित अपहरण की साजिश को स्वीकार किया। विक्रम ने पुलिस के समक्ष बताया की तीन अक्टूबर 2020 को हरदासविघा निवासी नागेंद्र से एक मिनी ट्रक छह चक्का गाड़ी सेकेंड हैंड खरीदी थी जिसकी कीमत पाँच लाख तय हुई।
जिसमें विक्रम सिंह ने साढ़े तीन लाख रुपया कैश दे दिया और ढेड़ लाख रुपया गाड़ी का पेपर अपने नाम ट्रांसफर होने पर पैसे देने की बात तय की, जो विक्रम ने इन सारी बातों का जिक्र एक हजार रुपये के स्टाम्प पेपर पर की थी। क्योंकि ऑनर बुक पे गाड़ी किसी मनोज कुमार के नाम से थी और बेचा नागेंद्र ने। विक्रम सिंह ने लोभ में आकर गाड़ी खरीद ली लेकिन बकाया पैसा नहीं दिया जिसको लेकर दोनों पक्ष में कई बार नोकझोंक भी हुई.फिर विक्रम ने बकाया पैसा न देने को लेकर अपने ही अपहरण की साजिश रची। विक्रम ने 5 फरवरी 2021 शुक्रवार की शाम अपने घर से मोटरसाइकिल लेकर निकला और गाड़ी पास के एक फील्ड के पास लगाकर टेम्पू से खुसरूपुर स्टेशन चला आया और यहां से मेमों स्टाफ स्पेशल ट्रेन से फतुहा उतरा और अपना मोबाइल ऑफ कर उसी मोबाइल में दूसरा सिम लगा लिया। फिर उसी रात नौ बजे फतुहां स्टेशन से ट्रेन पकड़कर पटना चला गया फिर वहां से बस स्टैंड पहुंचा और किशनगंज के लिए बस पकड़ा और वहां शनिवार को दिनभर समय बिताकर वहां से भागलपुर बस से चला गया।
पुलिस शक के आधार पर जब उसके घर पहुंची तो पुलिस को वहां से एक कट्टा मिला। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर छानबीन में जुटी। पुलिस ने कॉल डिटेल के जरिये विक्रम जिस शख्स से सम्पर्क में लगातार था उसको भी पुलिस ने उठाया और उसके मोबाइल को सर्विलांस पर रखा गया। पुलिस ने विक्रम के सकुशल घर लौटने पर राहत की सांस ली और इस कथित अपहरण से रूबरू हुई कि विक्रम सिंह का किसी ने अपहरण नहीं किया बल्कि उसने ढेड़ लाख रुपया जो नागेंद्र का बकाया था उसे देने से बचने के लिए खुद ही अपने कथित अपहरण की साजिश रची। विक्रम के निशानदेही पर उक्त मोबाईल को पुलिस ने बरामद कर लिया है। विक्रम सिंह को पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है और बताया जा रहा है कि वरीय पुलिस अधिकारी भी विक्रम से पूछताछ करने वाले हैं। इस पूरे मामले में खुसरूपुर थानाध्यक्ष सरोज कुमार ने बताया कि विक्रम को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है और न्यायसंगत जो भी आगे की कारवाई होगी कि जाएगी। उन्होंने ये भी बताया कि नागेंद्र व जितेंद्र के घर जब पुलिस जांच उपरांत उसके घर पहुंची तो पास से एक देशी कट्टा व छह जिंदा कारतूस के साथ दोनों को गिरफ्तार किया गया। जिसे पुलिस ने रविवार को न्यायालय के समक्ष भेज दिया गया और पुलिस आगे की कारवाई में जुटी है।