पटना,सवांददाता. केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि ट्रिपल आईटी भागलपुर तकनीकी शिक्षा, अनुसंधान एवं नवाचार के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा। संस्थान को स्थायी भवन से कार्य गति को बल मिलेगा। पूर्वी बिहार सहित पूर्वी भारत के लिए संस्थान तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा। कम समय में ही इस संस्थान ने बेहतर कार्य करके उदाहरण पेश करने का काम किया है। केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री अश्विनी चौबे संस्थान के स्थायी भूमि पूजन समारोह को वर्चुअल माध्यम से संबोधित कर रहे थे। उन्होंने इस अवसर पर देश के शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक एवं बिहार सरकार का आभार व्यक्त किया।
केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री अश्विनी चौबे ने कहा कि आज हम सबके लिए यह क्षण उत्सव एवं गौरव का है। इस मौके पर केवल एक भवन की आधारशिला नहीं रख रहे हैं, बल्कि पूर्वी बिहार एवं पूर्वी भारत के एक महत्वपूर्ण शहर भागलपुर के आसपास शिक्षा एवं तकनीकी के एक मन्दिर की आधारशिला रख रहे हैं। 3 साल पहले आरम्भ हुए इस संस्थान ने काफी कम समय में कई सारे ऐसे कार्य किए हैं। जिससे हम इसका अंदाजा लगा सकते हैं कि आने वाले समय में यह कितनी ऊंचाइयों को छूएगा। कोविड के इस कालखंड में जब पूरा विश्व एवं देश कोविड जैसी महामारी से लड़ रहा है, इस संस्थान द्वारा एक कोविड डिटेक्शन सॉफ्टवेयर तैयार किया गया है जो आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस पर आधारित है। इसको एम्स, पटना एवं डॉ. आर.एम.एल अस्पताल ने भी अपनी जांच में सही पाया है । वर्तमान में यह सॉफ्टवेयर प्रूफ ऑफ कांसेप्ट (Proof of Concept) के तौर पर लागू किया जा रहा है और हम लोग उम्मीद करते हैं कि बहुत जल्दी ही इस दिशा में एक बड़ी सफलता की हमें सूचना मिलेगी।
इसके साथ ही साथ ट्रिपल आई टी भागलपुर में एक सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना की गई है जो एकेडमिक और उद्योग जगत के बीच एक ब्रिज का कार्य कर रहा है। यह संस्थान कॉस्ट इफेक्टिव स्मार्ट वेंटिलेटर के निर्माण में भी कार्य कर रही है । यही नहीं, भागलपुर में सिल्क इंडस्ट्री के विकास के लिए एवं गंगा में पायी जाने वाली विश्व प्रसिद्ध डाल्फिन के संरक्षण के क्षेत्र में भी पूर्णरूप से कार्य कर रही है ।