खगौल। रेनू ने BPSC में सफलता अर्जित कर ,महान वैज्ञानिक आर्यभट्ट के कर्मभूमि खगौल का नाम रौशन किया है।
राजधानी पटना से सटे महान वैज्ञानिक आर्यभट्ट की नगरी खगौल ( खगोल ) में प्रतिभाओं की कमी नहीं।यहाँ के बेटे और बेटियों ने, कोई ऐसा क्षेत्र नहीं है,जहाँ अपने और अपने परिवार, प्रदेश और देश का नाम रौशन नहीं किया हो।इसी कड़ी में खगौल के दल्लुचक निवासी एवं डीआरएम ऑफिस के वाणिज्य विभाग में सुपरवाइजर के पद से सेवानिवृत रेलकर्मचारी,बेहतरीन फुटबॉल खिलाड़ी रघुनाथ प्रसाद ( राघो ) एवं माँ गायत्री देवी की सबसे बड़ी बेटी रेनू कुमारी ने BPSC की परीक्षा में 498 रैंक के साथ सफलता अर्जित की है।जिसे पुलिस प्रशासनिक विभाग में डीएसपी पद पर कार्यरत होने का सौभाग्य मिलेगा।
Read Also: BPSC-Success story :शादीशुदा जिंदगी कैरियर के लिए बाधक नहीं, संकल्प जरूरी:संगीता
रेनू कहती है,यह मेरा कोई अंतिम पड़ाव नहीं है, अभी तो सेवा पथ पर चलना शुरू करूंगी।बहुत आगे जाना है,फ़िलहाल पड़ाव को मैं सीमित कर के नहीं देख रही हूँ। रेनू का कहना है कि बचपन से पुलिसिया कार्य को देखती आयी हूँ, बस मैं इतना कहना चाहूंगी कि मैं एक महिला होने की वजह से भी महिलाओं की समाज में भागीदारी और उसकी मज़बूरी के साथ-साथ सामाजिक लज्जा में पीड़ा झेलने की परिस्थितियों को अभी भी देख रही हूँ। इस पर मेरा पूरा फोकस होगा कि इस में सकारात्मक सोच के साथ कैसे नारी को सम्मान मिले, प्रताड़ना से मुक्ति मिले।सम्मान के साथ सब को जीने का हक़ मिले, यही मेरा प्रयास रहेगा।
रेनू इससे पहले 2020 में बैंक की परीक्षा में सफलता प्राप्त कर चुकी हैं। रेनू अपनी सफलता का सारा श्रेय अपने माता-पिता,छोटी बहन रितु कुमारी (एमबीए) और भाई रितेश कुमार के साथ–साथ, बड़े भाई सोनू,संजू को देती हैं और इस परीक्षा की तैयारी में सहयोग और उत्साहबर्धन करते रहने वाले साथी का आभार व्यक्त करती हैं।
रेनू ने पढाई पटना के कृष्णा निकेतन, डीएवी, वाल्मी और पटना वोमेंस कॉलेज से बी.एसी मैथ से ऑनर्स की है । रेनू का कहना है की हमने BPSC सफलता के लिए कठिन परिश्रम किया है।सकरात्मक सोच और लगन से तैयारी में लगी रही। हर दिन लगभग 8-9 घंटे की पढ़ाई धयानपूर्वक करती थी। तैयारी कर रहे अन्य छात्र-छात्राओं को उन्होंने कहा की बस अपने आप पर भरोसा रखे एवं ध्यानपूर्वक पढ़ाई करें। कोई शार्ट कट न अपनाएँ तो सफलता आपके कदम ज़रूर चूमेगी।